अयोध्या में मंदिर-मस्जिद विवाद के सौहार्दपूण समाधान की जगी उम्मीद

 
अयोध्या

श्रीराम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद जमीन विवाद का सौहार्दपूर्ण समाधान के लिए उच्चतम न्यायालय द्वारा गठित तीन सदस्यीय मध्यस्थता समिति का सभी वर्ग के लोगों ने स्वागत किया है। 

अयोध्या में आम लोगों के साथ हिन्दू और मुस्लिम पक्षकारों ने भी उच्चतम न्यायालय द्वारा गठित तीन सदस्यीय समिति का स्वागत किया है। सभी वर्ग के लोगों को उम्मीद जगी है कि अयोध्या मामले का समाधान जल्द मिल जाएगा। मुस्लिम पक्षकारों ने इस समिति में आध्यात्मिक गुरू श्री श्री रविशंकर के आने पर आपत्ति जताई है। बाबरी मस्जिद के पक्षकार मोहम्मद इकबाल अंसारी ने जहां उच्चतम न्यायालय द्वारा गठित तीन सदस्यीय समिति का स्वागत किया है वहीं उन्होंने यह भी कहा है कि आध्यात्मिक गुरू श्री श्री रविशंकर के इस समित में आने से निष्पक्ष बातचीत हो पाना असंभव है। 

उन्होंने कहा कि इसके पूर्व भी श्री श्री रविशंकर अयोध्या आए थे और मंदिर-मस्जिद विवाद को सुलझाने के लिए श्रीरामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष और मणिराम दास छावनी के महंत नृत्यगोपाल दास तथा मुस्लिम पक्षकार मोहम्मद इकबाल अंसारी के अलावा हिन्दू और मुस्लिम धर्माचार्यों से बातचीत की थी लेकिन उसका हल कुछ नहीं निकला था। जिसकी वजह से मंदिर-मस्जिद समझौता असफल साबित हुआ था।

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