अब मसूर की दाल के लिए तरसेगा पाकिस्तान, सीतापुर के व्यापारियों ने लिया फैसला

सीतापुर 
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले के बाद पूरे देश में आक्रोश की लहर है. किसान से लेकर व्यापारी तक हर कोई अपने-अपने स्तर पर पाकिस्तान का विरोध जता रहा है. इस कड़ी में सीतापुर के व्यापारियों ने मसूर की दाल पाकिस्तान नहीं भेजने का फैसला लिया है. जानकारी के मुताबिक सीतापुर में मसूर की दाल की पैदावार बड़ी मात्रा में होती है. जो पंजाब के रास्ते पाकिस्तान और बंगलादेश भेजी जाती है.

इससे पहले मोदी सरकार ने पाकिस्तान की ओर जाने वाले 'हमारे हिस्से के पानी' को रोकने का निर्णय किया था. केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के मुताबिक, भारत के तीन नदियों के अधिकार का पानी प्रोजेक्ट बनाकर पाकिस्तान के बजाय यमुना में छोड़ा जाएगा. मालूम हो कि व्यास, रावी और सतलज नदियों का पानी भारत से होकर पाकिस्तान पहुंचता है. इसका मतलब यह हुआ कि आतंक की खेती करने वाले पाकिस्तान अब बूंद-बूंद को तरसेगा.

एयर फोर्स के विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान के पाकिस्तान की हिरासत से लौटने पर पूरे देश ने उनका हार्दिक अभिनंदन किया है.आपको बता दें, भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोशिश कर रहे पाकिस्तान के F-16 विमान को निशाना बनाने के बाद विंग कमांडर अभिनंदन का मिग-21 बुधवार को क्रैश हो गया था. उन्हें पैराशूट के जरिए इजेक्ट होना पड़ा. वह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में चले गए थे. जिसके बाद पाकिस्तानी सेना ने उन्हें हिरासत में ले लिया था.

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