अंधविश्वास के चलते ग्रामीणों ने 2 महिलाओं को पीट-पीटकर उतारा मौत के घाट, दफनाए शव
मुंगेर
आज के युग में भी कई लोग अंधविश्वास की चपेट में हैं। कुछ लोग कई बार अंधविश्वास में आकर खुद अपनी जान दे देते हैं तो कई बार दूसरों की जान ले लेते हैं। ताजा मामला राज्य के मुंगेर जिले का है जहां दो वृद्ध महिलाओं को डायन बताकर गांव के लोगों ने पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद गांव के लोगों ने महिलाओं के शव को भी दफना दिया।
जानकारी के अनुसार, मामला जिले के लड़ैयाटाड़ थाना क्षेत्र के सवैया गोपालीचक गांव का है। गांव के साधु मांझी का 30 वर्षीय पुत्र मनीष पिछले 15 दिनों से बीमार चल रहा था। 24 फरवरी को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मनीष के परिजनों को शव था कि गांव की ही दो वृद्ध महिलाओं ने मनीष पर जादू टोना किया था।
मनीष की मौत के बाद ग्रामीणों ने दोनों वृद्ध महिलाओं की पीट-पीटकर हत्या कर दी एवं शव को पथरी पहाड़ी के पास ले जाकर दफना दिया। मृतक महिला के बेटे मुंशी मांझी ने बताया कि गांव के लोगों ने मेरी मां और एक अन्य महिला को घर से खींचकर खूब पीटा जिसके चलते दोनों की मृत्यु हो गई। उसके बाद शवों को पथरी पहाड़ी के पास ले जाकर दफना दिया।
वहीं इस पर थानाध्यक्ष मिंटू कुमार ने बताया कि अभी तक किसी ने मामले से संबंधित आवेदन नहीं दिया है। आवेदन मिलने पर जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। दूसरी तरफ मृत महिला के परिजनों ने बताया कि घटना में शामिल ग्रामीणों के विरुद्ध थाने में लिखित शिकायत की गई है। मृत महिलाओं की पहचान सवैया गांव निवासी स्व. गाजो मांझी की 65 वर्षीय पत्नी प्रमिला देवी एवं स्व. वैशाखी मांझी की 70 वर्षीय पत्नी कपूरवा देवी के रूप में हुई है।