सोनू मागो ने कहा कि मेयर अहके पद से इस्तीफा दें,फिर चुनाव जीतकर दिखाए
सोनू मार्गो ने कहा कि महापौर विक्रम अहके पहले पद से इस्तीफा दें फिर बात करें
ख़बर छिन्दवाड़ा :सोनू मार्गो ने कहा कि महापौर विक्रम अहके इतनी बड़ी-बड़ी बातें करने से पहले अपने पद से इस्तीफा देकर भाजपा के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़कर दिखायें, क्योंकि आज वे जिस पद से सम्बोधित किये जा रहे हैं उसके लिये श्री नकुलनाथ जी ने व्यक्तिगत तौर पर तन मन और धन सबकुछ खर्च किया है जिसके बाद विक्रम अहाके महापौर बनें है। कमलनाथ व नकुलनाथ के विकास कार्यों व कांग्रेस के चुनाव चिन्ह को देखकर नगर की जनता ने अहाके जी को महापौर चुना है ।राजनीति में जिनका अनुभव लम्बा है, वो मिजाज नर्म अपना रखते हैं। नगर पालिक निगम के महापौर का लहज़ा बता रहा है कि उनकी फूलछाप भाजपाई राजनीति नई-नई है। जिन आंखों ने उन्हें तलाशा व तराशा आज वे उन्हीं आंखों पर सवाल खड़ा कर अपनी कुंठित मानष्किता को प्रदर्शित कर रहे हैं, अब समय आ चुका है कि महापौर को अपने दिमाग का इलाज करा लेना चाहिये। उक्त उदगार आज नगर पालिक निगम अध्यक्ष धर्मेन्द्र सोनू मागो ने नगर पालिक निगम महापौर के बयान पर पलटवार करते हुये व्यक्त किया।
धर्मेन्द्र सोनू मागो ने जारी बयान में कहा कि जिला मुख्यालय पर फव्वारा चौक में कोतवाली थाना से चंद कदमों की दूरी पर एक युवक की पीट पीटकर निर्मम हत्या। भाजपाई भू माफिया, रेत माफिया, जुआ व सट्टा में संलिप्तता जग जाहिर है किन्तु फूलछाप भाजपाई महापौर को यह सबकुछ दिखाई नहीं दे रहा यह बड़े ही दुख की बात है और इसकी जितनी भी भर्त्सना की जाये कम है। छिन्दवाड़ा जिला मुख्यालय पर टीवी पत्रकार पर जानलेवा हमला करने वाले भाजपाई गुंडें है जो पूरे समय सांसद के इर्द-गिर्द नजर आ रहे, यह भाजपा के संरक्षण में फलता फूलता हुआ अपराध है जिसे जनता भी अपनी खुली आंखों से देख रही है। परासिया में सीधे एक भाजपा नेता ने दूसरे भाजपा नेता की सुपारी दी, इस मामले की जांच व निष्पक्ष कार्रवाई अभी भी शेष है फिर किस आधार पर महापौर विक्रम अहाके पुलिस का पक्ष लेकर त्वरित कार्रवाई का हवाला दे रहे हैं। शहर व जिले में बेलगाम अपराध पर अंकुश लगाने में पुलिस पूरी तरह से विफल है इसके बाद भी विक्रम अहाके पुलिस का पक्ष ले रहे हैं तो इसका सीधा अर्थ है कि भाजपा के गुमराह करने व बरगलाने का पाठ विक्रम अहाके भी पढ़ चुके हैं।
मागो ने जारी बयान में आगे कहा कि भाजपा के निर्वाचित सांसद को पांच माह हो चुके हैं वे मंत्रियों से मुलाकात अपने व्यक्तिगत विकास के लिये कर रहे हैं, उनकी मुलाकातों से अभी तक जिले में कोई विकास नहीं हुआ है। मैं महापौर विक्रम अहाके को स्मरण करना चाहता हूं कि 100 दिन के नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर में सरकारी खजाने से रुपया लगाया गया है, किन्तु मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ व जिले के सांसद नकुलनाथ पिछले 45 वर्षों से व्यक्तिगत खर्च से जरूरतमंदों का इलाज कराते आ रहे हैं जिसके लाभान्वित तो स्वयं भाजपा के निर्वाचित सांसद व महापौर भी है।