UPA के लिए 5 साल और बढ़ा सत्ता का वनवास, बस एक अच्छी खबर

 नई दिल्ली 
लोकसभा चुनाव को लेकर रविवार शाम आए ज्यादातर एग्जिट पोल के मुताबिक नरेंद्र मोदी दोबारा प्रधानमंत्री के रूप में वापसी करने जा रहे हैं. यहां तक कि बीजेपी नीत एनडीए को बहुमत के लिए जरूरी 272 सीटों से कहीं अधिक 339-365 सीट मिलने का अनुमान व्यक्त किया है. वहीं कांग्रेस नीत यूपीए सत्ता विरोधी लहर पर सवार होने में विफल रही और उसे 77-108 सीटें मिलती दिख रही हैं.

बस एक अच्छी खबर यूपीए के लिए आ सकती है कि उसे नेता प्रतिपक्ष बनाने का मौका मिल सकता है. पिछली बार कांग्रेस को 44 सीटें आने के कारण नेता प्रतिपक्ष का पद नहीं मिला था. गौरतलब है कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष के दर्जे के लिए 10 फीसदी सीटें आनी जरूरी हैं और 543 सदस्यीय लोकसभा में 2014 में किसी भी दल को 54 सीटें नहीं आई थीं. कांग्रेस 5 साल तक नेता प्रतिपक्ष के दर्जे के लिए लगातार लड़ती रही.

एग्जिट पोल के अनुसार कुछ राज्यों में यूपीए बेहतर प्रदर्शन कर रही है. इनमें पंजाब, तमिलनाडु और केरल जैसे राज्य शामिल हैं. ये वो राज्य हैं जिनके नतीजे यूपीए के लिए राहत वाले कहे जा सकते हैं. इसके अलावा मिजोरम की एक सीट कांग्रेस के पाले में जा सकती है. नगालैंड में भी कांग्रेस एक सीट जीत सकती है. पुडुचेरी की अकेली सीट कांग्रेस जीत सकती है. सिक्किम की एक सीट न तो कांग्रेस और न ही बीजेपी जीतेगी, यहां की सीट अन्य के खाते में जाता दिख रहा है. एग्जिट पोल के मुताबिक तमिलनाडु में कांग्रेस को भारी बढ़त दिख रही है. यहां की कुल 39 सीटों में कांग्रेस के खाते में 34-38 और एनडीए के खाते में 4 सीटें जा सकती हैं.

वहीं केरल में कांग्रेस नीत यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) को कुल 20 सीट में से 15-16 सीट मिलने का अनुमान है. वहीं लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (LDF)को 3-5 से सीटें मिलने का अनुमान है. सबरीमाला मंदिर आंदोलन को लेकर उत्साहित बीजेपी का यहां खाता खुलता नहीं दिख रहा है.

झारखंड में हुए सर्वे के मुताबिक बीजेपी यहां 12-14 सीटें जीत सकती है जबकि कांग्रेस के खाते में 0-2 सीटें मिल सकती हैं. यहां कुल 14 सीटें हैं. बीजेपी यहां सभी सीटें अपने कब्जे में करती दिख रही है जबकि कांग्रेस का सूपड़ा साफ होता दिख रहा है. असम में भी यही हाल दिख रहा है. यहां की 14 सीटों में 12-14 सीटें बीजेपी के खाते में जाती दिख रही हैं. कांग्रेस के खाते में 0-2 सीटें जा सकती हैं. एआईयूडीएफ का खाता भी खुलता नहीं दिखता.

यूपी का सर्वे और चौंकाने वाला है. यहां कुल 80 सीटें हैं जिनमें 62-68 सीटें बीजेपी को, एसपी-बीएसपी को 10-16 और यूपीए को 1-2 सीटें मिल सकती हैं. यूपी में महागठबंधन के नाकाम रहने के संकेत हैं. एक्सिस माई इंडिया का सर्वे बताता है कि यहां अखिलेश यादव और मायावती का गठजोड़ काम नहीं कर पाया. कांग्रेस को यहां बहुत बड़ा झटका लगता दिख रहा है. यूपी में बीजेपी को 48 फीसदी, कांग्रेस को 8 फीसदी और महागठबंधन को 39 फीसदी वोट मिलता दिख रहा है. एक्सिस माई इंडिया के सर्वे में ऐसा अनुमान लगाया गया है.

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