कालेजों की सवा छह लाख सीटों पर प्रवेश देने जून के दूसरे सप्ताह में शुरू होेगी काउंसलिंग
भोपाल
उच्च शिक्षा विभाग जून के दूसरे सप्ताह में प्रवेश देने के लिए आनलाइन काउंसलिंग शुरू करेगा। क्योंकि राज्य के विश्वविद्यालय अपने दायरे में आने वाले कालेजों की संबद्धता जारी नहीं कर सके हैं। इसकी वजह देशभर में आचार संहिता लागू होना है। आचार संहिता 23 मई को खत्म हो जाएगी। इसके बाद विवि और विभाग प्रवेश प्रक्रिया की व्यवस्थाएं जमाएंगे।
प्रदेश भर के निजी और सरकारी करीब 1250 कालेजों की करीब सवा छह लाख सीटों पर प्रवेश देने के लिए विभाग जून के दूसरे सप्ताह से काउसंलिंग शुरू करेगा। वर्तमान में कालेजों की संबद्धता और निरंतरता जारी करने का कार्य जारी है। कालेज विभाग से एनओसी लेकर 30 मई तक विवि से संबद्धता ले सकते हैं। इसके बाद कालेज के दस्तावेजों की प्रोफाइल विभाग तक पहुंचेगी। तब विभाग उनके समस्त दस्तावेज संतोषजनक मिलने पर उन्हें काउंसलिंग में भागीदार बनाएगा। विद्यार्थी कालेज की सीटों पर प्रवेश ले सकेंगे।
प्रवेश प्रक्रिया में होने कई परिवर्तन
विभाग ने गत वर्ष के अपेक्षा वर्तमान सत्र में विद्यार्थियों को आनलाइन प्रवेश देने के लिए काफी नये फिचर जोड़े हैं। आनलाइन काउंसलिंग को सुगम बनाने के लिए प्रवेश प्रक्रिया एनआईसी से छोड़कर एमपीआनलाइन को दी गई है। एमपीआनलाइन के माध्यम से प्रवेश लेने पर विद्यार्थियों को ज्यादा परेशानी का सामना नहीं करना होगा। आयुक्त और प्रमुख सचिव रहते हुए नीरज मंडलोई प्रवेश के दौरान विद्यार्थियों की समस्याओं को परख लिया था। इसलिए पीएस मंडलोई ने एनआईसी को आनलाइन काउंसलिंग से बाहर करने का रास्ता तैयार कर दिया था। वहीं नई एजेंसी के तौर पर एमपीआनलाइन का चयन किया गया है। विभागीय अधिकारी प्रवेश प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए कई फिचर पर कार्य भी कर रहे हैं।
आचार संहिता ने रोकी संबद्धता
आचार संहिता के चलते प्रदेशभर के विवि संबद्धता जारी करने संबंधी सभी कार्यवाही पूर्ण कर ली है, लेकिन संबद्धता जारी नहीं हो सकी है। आचार संहिता हटते ही कालेजों की संबद्धता जारी कर दी जाएगी। वहीं चुनाव ड्यूटी में होने के कारण प्रोफेसर भी संबद्धता के लिए कालेजो का निरीक्षण भी नहीं कर सके हैं। इससे विवि में पशोपेश की स्थिति भी बनी रही।