SC के नेता को PCC चीफ बनाने की कवायद करेग AICC, CM कमलनाथ भी देंगे अपनी राय

भोपाल
प्रदेश कांग्रेस की कमान अब अनुसूचित जाति वर्ग के किसी नेता को दिए जाने की सुगबुगाहट तेज हो गई है। दरअसल दिल्ली में इस वर्ग से पीसीसी चीफ बनाने की कवायद चल रही है। ऐसा बताया जाता है कि एआईसीसी इस पर गंभीरता से विचार कर रही है। इस मामले में अंतिम राय मुख्यमंत्री कमलनाथ की ली जाएगी। वे तीस जून को एआईसीसी के वरिष्ठ पदाधिकारियों से पीसीसी चीफ को लेकर चर्चा कर सकते हैं।

दिल्ली में बैठे कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने विधानसभा और लोकसभा चुनाव के आए परिणामों को लेकर मंथन किया। इसके बाद यह पाया कि प्रदेश में बीएसपी की तरफ  एससी वर्ग का रूझान लगातार कम हो रहा है। बसपा से टूट रहे एससी वर्ग के लोगों को कांग्रेस की तरफ लाने के लिए कांग्रेस एससी वर्ग से अध्यक्ष बनाने को लेकर विचार कर रही है। इसी तरह इस वर्ग में वापस से पैठ बनाने के लिए भी कांग्रेस यह कवायद करने जा रही है।

कांग्रेस ने प्रदेश में कार्यकारी अध्यक्ष बनाते समय इस वर्ग को महत्व देने का ध्यान रखा था। कांग्रेस ने पिछले साल चार कार्यकारी अध्यक्ष बनाये थे। इसमें दो ओबीसी से थे, जबकि एक आदिवासी नेता और एक अनुसूचित जाति के नेता को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था।

एससी नेताओं में कई को इस पद का दावेदार माना जा रहा है। इसमें प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष सुरेंद्र चौधरी के साथ ही मंत्री लखन घनघोरिया और विजय लक्ष्मी साधो और विधायक सोहनलाल बाल्मिक के नामों की चर्चा चल रही है। मंत्री लखन घनघोरिया और सोहनलाल बाल्मिक प्रदेश कांग्रेस में कई पदों पर रह चुके हैं। जबकि विजय लक्ष्मी साधो एआईसीसी की सचिव रह चुकी हैं।

प्रदेश कांग्रेस में वर्ष 2003 तक इस वर्ग के नेता आखिरी बार अध्यक्ष रहे। तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने उस वक्त राधाकिशन मालवीय को अध्यक्ष बनवाया था। उन्होंने दो टर्म पूरे किए। उनका पहला कार्यकाल एक वर्ष 7 माह का रहा। इसके बाद फिर से उन्हें पीसीसी चीफ बनाया गया, वे दिसम्बर 2003 तक इस पद पर रहें।

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