NSA अजीत डोभाल अयोध्या फैसले के बाद धार्मिक नेताओं से मिले, आपसी भाईचारा बनाए रखने की अपील

नई दिल्ली
अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने रविवार को अपने आवास पर बाबा रामदेव, स्वामी परमात्मानंद, स्वामी अवधेशानंद, शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जवाद और अन्य धर्मगुरुओं के साथ बैठक की। बैठक के बाद राष्ट्री सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने कहा कि धार्मिक नेताओं के साथ यह बैठक सभी समुदायों के बीच आपसी भाईचारा और प्रेम की भावना बनाए रखने के लिए हुई है। 

उन्होंने कहा कि जो लोग भैठक में शामिल हुए लोग इस तथ्य से जानते थे कि देश के भीतर और बाहर, दोनों जगह कुछ विरोधी तत्व हमारे राष्ट्रीय हितों को नुकसान पहुंचाने के लिए स्थिति का फायदा उठाने का प्रयास कर सकते हैं। एनएसए अजीत डोभाल से मुलाकात के बाद अवधेशानंद गिरी ने कहा कि उन्होंने अयोध्या फैसले के बाद स्थिति पर चर्चा की है। जबकि परमात्मानंद ने कहा कि हम देश में शांति बनाए रखने की आवश्यकता पर चर्चा करने के लिए एनएसए अजीत डोभाल से मिले। 

बता दें कि दशकों पुराने अयोध्या राम मंदिर-बाबरी मस्जिद विवाद का शनिवार का अंत हो गया। सुप्रीम कोर्ट ने इस पर फैसला सुना दिया है। सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की संविधान पीठ नेअपने 1045 पन्नों के फैसले में कहा कि नयी मस्जिद का निर्माण 'प्रमुख स्थल पर किया जाना चाहिए । साथ ही उस स्थान पर मंदिर निर्माण के लिये तीन महीने के भीतर एक ट्रस्ट गठित किया जाना चाहिए जिसके प्रति हिन्दुओं की यह आस्था है कि भगवान राम का जन्म यहीं हुआ था। 

इस स्थान पर 16वीं सदी की बाबरी मस्जिद थी जिसे कार सेवकों ने छह दिसंबर, 1992 को गिरा दिया था। विवादित स्थल गिराये जाने की घटना के बाद देश में सांप्रदायिक दंगे भड़क गये थे। पीठ ने कहा कि 2.77 एकड़ की विवादित भूमि का अधिकार राम लला विराजमान को सौंप दिया जाये, जो इस मामले में एक वादकारी हैं। हालांकि यह भूमि केन्द्र सरकार के रिसीवर के कब्जे में ही रहेगी।
 

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