MP में आखिरी चरण के लिए कांग्रेस ने झोंकी पूरी ताकत, पार्टी को ये है भरोसा
नई दिल्ली
मध्य प्रदेश में सातवें चरण की आठ सीट के लिए कांग्रेस ने पूरी ताकत झोंक दी है। पार्टी को भरोसा है कि वह आखिरी चरण में आधी सीट भाजपा से छीनने में सफल रहेगी। पार्टी को खुद के साथ भाजपा के असंतुष्टों पर भी भरोसा है। क्योंकि, भाजपा ने कई सीट पर जहां मौजूदा सांसदों की जगह नए चेहरों पर दांव लगाया है, वहीं कांग्रेस ने भी चुनाव में कई नए प्रत्याशियों को टिकट दिया है।
खंडवा, खरगोन, देवास, उज्जैन, धार, रतलाम, मंदसौर और इंदौर में आखिरी चरण में वोट पड़ेंगे। कांग्रेस के पास इनमें से सिर्फ रतलाम सीट है। यहां कांतिलाल भूरिया सांसद हैं। रणनीतिकार मानते हैं कि रतलाम में स्थिति बेहतर है।
आखिरी चरण में सबकी नजर इंदौर सीट पर है। भाजपा ने लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन का टिकट काटकर शंकर लालवानी को उम्मीदवार बनाया है। वहीं, कांग्रेस ने पंकज सिंघवी को टिकट दिया है। ऐसे में यहां महाराष्ट्र से ताल्लुक रखने वाले मतदाताओं की भूमिका अहम होगी। खंडवा में कांग्रेस उम्मीदवार अरुण यादव कुछ हद तक पार्टी की अंदरुनी गुटबाजी पर लगाम कसने में सफल रहे हैं। पर भाजपा उम्मीदवार और सांसद नंदकुमार सिंह के सामने पार्टी की गुटबाजी पहले की तरह मौजूद है। वहीं, मंदसौर में कांग्रेस ने फिर मीनाक्षी नटराजन पर दांव लगाया है। वहीं, भाजपा ने सांसद सुधीर गुप्ता को दोबारा उम्मीदवार बनाया है।
मंदसौर में किसानों पर गोली चलाना चुनावी मुद्दा है। भाजपा को विधानसभा चुनाव में भी यहां नुकसान उठाना पड़ा था। ऐसे में कांग्रेस को फायदा मिल सकता है। उज्जैन, देवास और धार में भी चुनाव दिलचस्प है। कांग्रेस को जहां भाजपा की अंदरुनी कलह का फायदा मिलने की उम्मीद है, वहीं भाजपा को उम्मीद है कि उसे नए चेहरे देने का फायदा मिलेगा। उज्जैन में भाजपा ने अनिल फिरोजिया को उम्मीदवार बनाया है। जबकि सांसद चिंतामणि मालवीय और उनके समर्थक पूरा सहयोग नहीं कर रहे हैं।