IT विभाग ने दो कारोबारियों के ऑफिस से जब्त किए 1 करोड़ रुपए
रायपुर
आयकर विभाग ने जगदलपुर के ट्रांसपोर्ट, रियल एस्टेट, पेट्रोलियम प्रोडक्ट से जुड़े दो कारोबारी ग्रुप के ठिकानों पर बुधवार को छापे की कार्रवाई की गई। तलाशी के दौरान कारोबारियों के दफ्तर से 1 करोड़ रुपए नगदी और एक लॉकर मिला है। बताया जा रहा है कि ये बड़ी रकम चुनाव के दौरान मतदाताओं को बांटने के लिए रखी गई थी।
इसकी सूचना मिलने के बाद आयकर विभाग ने दोपहर करीब 2.30 बजे उनके ठिकानों पर सर्वे का काम शुरू कर दिया था। लेकिन, प्राथमिक जांच में करोड़ों रुपए की गड़बड़ी पकड़े जाने के बाद इसे छापे में तब्दील कर दिया गया। इस समय उनके ठिकानों पर तलाशी का काम चल रहा है।
कारोबारियों ने नगदी रकम को दफ्तर और गोदाम में छुपाकर रखा था। रकम को बोरियों में भरकर पुलिस थाने लाया गया। साथ ही नोट को गिनने के लिए मशीन भी मंगाई गई। आयकर विभाग के अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सप्ताहभर पहले कारोबारियों द्वारा ब्लैकमनी छुपाने की सूचना मिली थी। इसकी जांच के बाद 30 सदस्यीय टीम को सर्वे के लिए भेजा गया था।
लेकिन सर्वे के छापेमारी में तब्दील होने के बाद अतिरिक्त कर्मचारियों को तैनात किया गया है। इस समय उनके चार ठिकानों पर 50 से अधिक हथियारबंद जवानों को तैनात किया गया है। चाक-चौबंद सुरक्षा घेरे में टीम नगदी सहित लेन-देन के दस्तावेज, स्टॉक और बरामद रकम के संबंध में जांच कर रही है।
फाइल लेकर भागने की कोशिश
दोपहर करीब 3 बजे विभागीय अधिकारी सर्वे में जुटे हुए थे। इसी दौरान एक कर्मचारी चुपके से कुछ फाइलों को छिपाकर निकाल रहा था। अचानक उसे बाहर जाता देखकर अफसरों ने आवाज लगाई। पकड़े जाने के डर से वह वाहन छोड़ पैदल भागने लगा। उसे अफसरों ने दौडकऱ पकड़ा। बताया जा रहा है इस फाइल में लेन-देन का हिसाब और बिल का रसीदें मिली है। इसके संबंध में पकड़े गए कर्मचारी ग्रुप और संचालकों से पुछताछ की जा रही है।
पुलिस ने इससे पहले भी नकली नोट छापने वाली दंपत्ति को पकड़ा था। पुलिस ने दंपत्ति के पास से 5 करोड़ के नकली नोट जब्त किए थे।