ICC World Cup 2019: बांग्लादेशी शेरों में बड़े उलटफेर का दम

 नई दिल्ली

युवा और अनुभवी खिलाड़ियों से सजी बांग्लादेश की टीम वर्ल्ड कप (ICC World Cup 2019) की दावेदार तो नहीं है, पर वह सेमीफाइनल तक पहुंचने का दम रखती है। आईसीसी से टेस्ट दर्जा प्राप्त कोई भी ऐसी टीम नहीं है जिसे बांग्लादेश ने शिकस्त न दी हो। भारत, न्यूजीलैंड और पाकिस्तान जैसे देशों को उसने वनडे सीरीज में धूल चटाई है। यह टीम तीन बार एशिया कप के फाइनल में पहुंची। 2007 के वर्ल्ड कप में बांग्लादेश के हाथों हार ही टीम इंडिया के बाहर होने की सबसे बड़ी वजह बनी थी। टीम की संभावनाओं पर एक रिपोर्ट।

जोशीले मशरफे मुर्तजा की कप्तानी कमाल
बांग्लादेश के कप्तान मशरफे मुर्तजा टीम के सबसे उम्रदराज और अनुभवी खिलाड़ी हैं। 35 वर्षीय इस तेज गेंदबाज ने 208 वनडे मैच खेले हैं। उन्हें तीन वर्ल्ड कप में बांग्लादेश के लिए खेलने का अनुभव है। 2007 में अपनी टीम के लिए सबसे बड़े उलटफेर वाले वर्ल्ड कप मैच में उन्होंने चार विकेट झटके थे और 'मैन ऑफ द मैच' रहे थे। टीम को जोशीला नेतृत्व देने में उनका कोई जवाब नहीं। आखिर तक जोश के साथ लड़ने का माद्दा उनकी सबसे बड़ी ताकत है। 

मुश्फिकुर रहीम 
31 वर्षीय विकेटकीपर बल्लेबाज रहीम को 204 वनडे  का अनुभव है। बल्लेबाज के रूप में वह टीम को संभालते हैं तो विकेट के पीछे वह उतने ही चौकन्ने हैं। छोटे कद के इस खिलाड़ी नेंबड़ी-बड़ी टीमों के दांत खट्टे किए हैं। 2007 के वर्ल्ड कप में भारतीय टीम को  बाहर कराने में उनका बड़ा हाथ था। 

मुस्ताफिजुर रहमान
बांग्लादेश की युवा सनसनी मुस्ताफिजुर की धारदार गेंदबाजी की दुनिया कायल है। आईपीएल में चमकने के बाद दुनियाभर की टी-20 लीगों में उनकी पूछ बढ़ गई। 23 वर्षीय इस तेज गेंदबाज ने सिर्फ 43 मैच खेले हैं और इनमें 83 विकेट झटके हैं। वह अपर्नी ंस्वग से किसी भी बल्लेबाज को चौंका सकते हैं।  

शाकिब अल हसन
दुनिया के दूसरे सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर शाकिब 2006 से राष्ट्रीय टीम का हिस्सा हैं। वह जितनी जिम्मेदारी से बल्लेबाजी करते हैं, वैसे ही चतुराई से विकेट भी लेते हैं। इस 32 वर्षीय बल्लेबाज ने 198 वनडे मैचों में 35 की औसत से साढ़े पांच हजार से ज्यादा रन बनाए हैं। साथ ही 4.43 की इकॉनमी से 248 विकेट भी झटके हैं। 

तमीम इकबाल हैं तेज पारी के उस्ताद
बाएं हाथ के बल्लेबाज तमीम किसी भी आक्रमण के खिलाफ तेजी से रन बनाने का माद्दा रखते हैं।  2011 के विश्व कप में उन्होंने ब्रेट ली, मिचेल जॉनसन और वॉटसन पर 62 गेंदों में 88 रन ठोके थे। 

7 नंबर पर आईसीसी की वनडे रैंकिंग में बांग्लादेश की टीम। वर्ल्ड कप विजेता रही श्रीलंका और वेस्टइंडीज से आगे। 
2  नंबर पर शाकिब अल हसनरैंकिंग में काबिज सबसे सफल बांग्लादेशी। 
11 नंबर पर गेंदबाजों की रैंकिंग में मुस्ताफिजुर रहमान काबिज हैं।16 नंबर पर बल्लेबाजी रैंकिंग में मुश्फिकुर रहीम। तमीम इकबाल 20वें नंबर पर। 

टीम : मशरफे मुर्तजा, शाकिब अल हसन, तमीम इकबाल, लिटन दास, मुश्फिकुर रहीम, महम्मदुल्ला, मोहम्मद मिथुन, शब्बीर रहमान, मेहदी हसन, सौम्य सरकार, रोबेल हुसैन, मोहम्मद सैफुद्दीन, मोसद्देक हुसैन, मुस्ताफिजुर रहमान और अबु जायेद।

इन खिलाड़ियों पर होगा दारोमदार

बल्लेबाज    मैच    रन    औसत
तमीम इकबाल    190    6549    36.33
मुश्फिकुर रहीम    202    5424    43.76
महमदुल्ला    172    3676    33.39
 

गेंदबाज    मैच    रन     इकॉनोमी
मशरफे मुर्तजा    206    262    4.80
मुस्ताफिजुर रहमान    44    79    4.81
रोबेल हुसैन    96    122    5.62
वर्ल्ड कप में बांग्लादेश का सफर

1999 में पहली बार मिली वर्ल्ड कप में एंट्री
बांग्लादेश को 1999 में आईसीसी के एसोसिएट मेंबर के रूप में पहली बार वर्ल्ड कप में एंट्री मिली। उसने पांच में  से तीन मुकाबले गंवाए, लेकिन स्कॉटलैंड को हराने के बाद अंतिम मैच में उसने 1992 के चैंपियन पाकिस्तान को हराकर सनसनी मचा दी। पाकिस्तान पर 62 रन की इस धमाकेदार जीत से उसे अगले ही साल आईसीसी ने टेस्ट खेलने वाले देश का दर्जा भी दे दिया। 

2003 में रहा टीम का सबसे खराब परफॉर्मेंस
बांग्लादेश का सबसे खराब प्रदर्शन 2003 में रहा। इस वर्ल्ड कप में उसने अपने सभी पांच मुकाबले गंवाए। इस टूर्नामेंट से पहले भी बांग्लादेश ने 26 मैचों में शिकस्त खाई थी।  उसकी आखिरी और बड़ी जीत पाकिस्तान टीम पर ही थी। 

2007 में सुपर आठ तक पहुंचे
बांग्लादेश 2007 में विंडीज में हुए वर्ल्ड कप में सुपर-8 तक पहुंचा। उसने नौ में से तीन मैच जीते। इसमें उसने भारत को ग्रुप मैच में ही हराया। यह वर्ल्ड कप में उसकी सबसे बड़ी जीत रही। भारत को बाहर होना पड़ा था। बांग्लादेश ने सुपर-8 के मैच में द. अफ्रीका को भी हराकर सबको चौंका दिया था। 

2011 में अपने घर में खेलने का मौका
इस वर्ल्ड कप में बांग्लादेश को अपने घर में खेलने का मौका मिला। हालांकि वह इसका ज्यादा फायदा नहीं उठा सका। उसने इंग्लैंड, आयरलैंड और नीदरलैंड को हराया लेकिन भारत, विंडीज और दक्षिण अफ्रीका से करारी शिकस्त झेलने के कारण उसे क्वार्टर फाइनल का टिकट नहीं मिल सका। 

2015 में क्वार्टर फाइनल खेले
ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की मेजबानी में हुए वर्ल्ड कप में बांग्लादेश की टीम पहली बार नॉकआउट राउंड (क्वार्टर फाइनल) तक पहुंची। क्वार्टर फाइनल में भारत ने उसे एकतरफा मुकाबले में हराया। उसने सात में से तीन मुकाबले जीते और एक मुकाबला रद्द हुआ। 

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