DCW ने पिछले आयोग के मुकाबले किया 700 फीसदी ज्यादा काम: मालीवाल

नई दिल्ली

दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने दावा किया कि उनके कार्यकाल में आयोग ने जितना काम किया है, वो पिछले आयोग के मुकाबले 700 फीसदी से भी ज्यादा है. उन्होंने बताया कि साल 2015 में पुनर्गठन के बाद से आयोग ने 52 हजार 473 शिकायतों पर काम किया, जो कि पिछले आयोग द्वारा 8 साल में किए गए काम से 700 फीसदी ज्यादा है. उनका यह दावा उस समय सामने आया है, जब दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव विजय कुमार देव ने दिल्ली महिला आयोग के दफ्तर का दौरा किया.

दरअसल, आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल पिछले हफ्ते मुख्य सचिव से मिली थीं. इस दौरान मुख्य सचिव ने दिल्ली महिला आयोग के दफ्तर का दौरा करने और कामकाज देखने की इच्छा व्यक्त की थी. इसके बाद सोमवार को विजय कुमार देव विकास भवन के सी- ब्लॉक स्थित दफ्तर पहुंचे. इस बीच उन्होंने आयोग के विभिन्न कार्यक्रमों से जुड़े स्टाफ से मुलाकात की और आयोग के कामकाज व उपलब्धियों को सराहा. साथ ही उन्होंने दिल्ली महिला आयोग को हर संभव सहायता देने का भरोसा दिया. उनके साथ महिला और बाल विकास विभाग की सचिव रश्मि कृष्णन भी मौजूद रहीं.

इस दौरान स्वाति मालीवाल ने मुख्य सचिव को आयोग द्वारा पिछले साढ़े तीन वर्षों में किए गए कार्यों के बारे में बताया और आयोग के विभिन्न कार्यक्रमों के बारे में अवगत कराया. उन्होंने बताया कि साल 2015 में पुनर्गठन के बाद से आयोग ने 52 हजार 473 शिकायतों पर काम किया, जो कि पिछले आयोग द्वारा 8 साल में किए गए काम से 700 फीसदी ज्यादा है. आयोग की अध्यक्ष मालीवाल ने खुद 3 साल में 2 हजार से ज्यादा शिकायतों पर काम किया, जबकि आयोग की पूर्ववर्ती अध्यक्ष ने 8 साल में सिर्फ एक शिकायत पर काम किया था.

उन्होंने बताया कि आयोग ने कई शेल्टर होम और कम्युनिटी सेंटर का दौरा किया. साथ ही बलात्कार और यौन हिंसा पीड़िताओं से मुलाकात की. पिछले साढ़े तीन साल में आयोग ने 800 से ज्यादा दौरे किए. इसके अलावा आयोग ने नीतिगत मामलों में 175 से ज्यादा सिफारिशें सरकार को भेजी, जबकि पूर्ववर्ती आयोग ने 8 साल में सिर्फ एक सिफारिश सरकार को भेजी थी. इसके अतिरिक्त महिला आयोग ने बलात्कार पीड़िता सहायता केंद्र के जरिए यौन अपराधों की पीड़िताओं की सहायता के लिए अदालतों में पिछले 3 साल में 35 हजार 606 तारीखों पर उपस्थिति दर्ज कराई.

11 हजार 670 यौन हिंसा की पीड़िताओं की काउंसलिंग सीआईसी के द्वारा कराई और आयोग के हस्तक्षेप से यौन हिंसा के 6 हजार 952 मामले दर्ज किए गए. पिछले ढाई साल में 181 महिला हेल्पलाइन पर 2 लाख 35 हजार फोन आए, जिन पर कार्रवाई की गई और मोबाइल हेल्पलाइन कार्यक्रम के द्वारा मुसीबत में फंसीं महिलाओं की सहायता के लिए 43 हजार 497 दौरे किए गए. इतना ही नहीं, आयोग के महिला पंचायत केन्द्रों में 10 हजार 619 से ज्यादा शिकायतें दर्ज की गईं और 2 साल में 15 हजार 843 कम्यूनिटी मीटिंग की गईं.

मालीवाल ने मुख्य सचिव को आयोग के सामने आने वाली परेशानियों के बारे में भी बताया, जिनमें दफ्तर में जगह और स्टाफ की कमी शामिल हैं. उन्होंने बताया कि आयोग के दफ्तर में जगह की कमी की वजह से शिकायतकर्ताओं की बहुत भीड़ हो जाती है. इस पर मुख्य सचिव ने पूरा सहयोग करने का भरोसा दिया और कहा कि आयोग को प्राथमिकता पर अतिरिक्त जगह प्रदान की जाएगी. उन्होंने मुसीबत में फंसी महिलाओं की सहायता के लिए कई परेशानियों के बावजूद दिन-रात काम करने वाले आयोग के स्टाफ की तारीफ की. उन्होंने भरोसा दिया कि पुलिस और आयोग के कार्य संबंधों को धाराप्रवाह बनाने के लिए कदम उठाए जाएंगे.

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