CBI निदेशक की दौड़ में हैं ‘जासूसों के मास्टर’ और ‘कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के PhD होल्डर’

पटना 
बिहार मूल के रहने वाले आईपीएस अधिकारी सीबीआई निदेशक बन सकते हैं. सीबीआई निदेशक की रेस में बिहार मूल के रहने वाले तीन प्रमुख आईपीएस अधिकारी हैं. रेस में आईपीएस अधिकारी राजेश रंजन और रजनीकांत मिश्रा भी हैं. राजेश रंजन मूल रूप से पटना और रजनीकांत मिश्रा बक्सर के रहने वाले हैं. आईपीएस राजेश रंजन फिलहाल सीआईएसएफ में डीजी पद पर कार्यरत हैं. जबकि रजनीकांत मिश्रा बीएसएफ में डीजी पद पर कार्यरत हैं. सीबीआई निदेशक की रेस में 1985 बैच के आईपीएस सुबोध कुमार जायसवाल भी हैं. सुबोध, साल 2006 में हुए मालेगांव ब्लास्ट मामले में भी जांचकर्ता थे. साल 2005 में हुए तेलगी के फर्जी स्टैंप पेपर मामले में भी सुबोध जांचकर्ता थे.

4 जनवरी को प्रधानमंत्री मोदी के आवास पर बेहद महत्वपूर्ण बैठक होने वाली है. जिसमें खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित चीफ जस्टीस ऑफ इंडिया रंजन गोगई या उनके द्वारा भेजे गए प्रतिनिधि और लोकसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खडगे शामिल होगें. उस महत्वपूर्ण चयन समिति बैठक में सीबीआई के नए निदेशक के नाम पर चर्चा होगी. उसके बाद वो तीनों एक नाम पर अपनी सहमती प्रदान करेंगे. सीबीआई मुख्यालय और सीबीआई निदेशक का पद पिछले कुछ महीनों से कुछ ज्यादा ही चर्चा में बना हुआ है. इसकी वजह सीबीआई के पूर्व निदेशक आलोक कुमार वर्मा और स्पेशल निदेशक राकेश कुमार अस्थाना के बीच हुए आपसी विवाद माना जा रहा है. एक फरवरी को आलोक कुमार वर्मा रिटार्यड होने वाले थे लेकिन हालत ऐसे बने कि उनको पद से हटाना पड़ गया और आलोक कुमार वर्मा ने बाद में अपने नए प्रभार को ग्रहण करने से मना करते हुए इस्तीफा दे दिया.

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