BJP संसदीय बोर्ड में कौन लेगा अरुण जेटली, सुषमा स्वराज की जगह

नई दिल्ली                                                                                                                                                 
भाजपा संगठन की सर्वोच्च नीति निर्धारक संस्था केंद्रीय संसदीय बोर्ड में दिवंगत अरुण जेटली, सुषमा स्वराज व अनंत कुमार की जगह तीन नए सदस्यों को शामिल करने के लिए काफी माथापच्ची करनी पड़ रही है। ग्यारह सदस्यीय संसदीय बोर्ड में अभी आठ सदस्य हैं जो नए बोर्ड में भी बरकरार रहेंगे। तीन जगहों को भरने के लिए वरिष्ठता वाले पूर्व व वर्तमान मुख्यमंत्रियों के नामों पर भी विचार किया जा रहा है। इनमें एक महिला सदस्य को भी शामिल किए जाने की संभावना है। 

होली के बाद भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अपनी टीम के लिए विचार विमर्श शुरू कर देंगे। इसमें संसदीय बोर्ड के साथ राष्ट्रीय कार्यकारिणी व केंद्रीय पदाधिकारियों के नाम तय करना है। इस क्रम में नड्डा पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ संघ नेतृत्व के साथ भी चर्चा करेंगे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की 15 से 17 मार्च तक बंगलुरु में होने वाली प्रतिनिधि सभा की बैठक में नड्डा भी शामिल होंगे और उसी दौरान टीम को लेकर भी चर्चा होने की संभावना है। 

संसदीय बोर्ड के मौजूदा आठ सदस्य रहेंगे बरकरार

संसदीय बोर्ड में अभी पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ संसदीय दल के नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व अध्यक्ष अमित शाह, राजनाथ सिंह व नितिन गडकरी, राज्यसभा में नेता व केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत, शिवराज सिंह चौहान व महासचिव संगठन बी एल संतोष शामिल हैं। इन सभी को नए बोर्ड में भी रखा जाएगा। अनंत कुमार, सुषमा स्वराज व अरुण जेटली के निधन से रिक्त तीन पदों के लिए नए नेताओं के नामों पर विचार हो रहा है। चूंकि इन नेताओं के कद व अनुभव के नेता न होने से भरपाई तो संभव नहीं है, लेकिन पार्टी प्रभावी नेताओं को इसमें लाना चाहती है। चूंकि पूर्व के संसदीय बोर्ड में एक वरिष्ठ मुख्यमंत्री को भी जगह दी गई थी। ऐसे में कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येद्दयुरप्पा को जगह मिल सकती है।

युवाओं को मिल सकता है मौका 

संसदीय बोर्ड में महिला सदस्य के लिए प्रावधान नहीं है, लेकिन लंबे समय तक राजमाता विजयाराजे सिंधिया व सुषमा स्वराज इसमें रही हैं। ऐसे में एक महिला नेता को भी शामिल किया जा सकता है। ऐसे में पार्टी उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे व रेणु देवी व  वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के नाम चर्चा में है। अन्य जो नाम चर्चा में है उनमें छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री व उपाध्यक्ष रमन सिंह व हेमंत विस्वशर्मा शामिल हैं। 

एक तिहाई होंगे बदलाव  

नड्डा की टीम में युवाओं को जगह देने के लिए कार्यकारिणी में एक तिहाई नए चेहरों को जगह दी जाएगी, जिनमें युवा नेताओं को तरजीह दी जाएगी। पार्टी संविधान के अनुसार नई टीम में 25 फीसदी बदलाव करने होते हैं, लेकिन इस बार यह 33 फीसद तक हो सकती है। 

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