7 दिन कंपलीट लॉकडाउन के बीच इंदौर प्रशासन की पहल, नगर निगम की गाड़ी पहुंचाएगी घर-घर राशन

इंदौर
मध्य प्रदेश के इंदौर में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के चलते प्रशासन ने 7 दिन का कम्पलीट लॉकडाउन कर रखा है. लोग घर से बाहर सामान लेने के लिए ना निकलें, इसलिये प्रशासन ने कुछ राहत दी है. लोगों को अब घर बैठे-बैठे सारा सामान मिल जाएगा. इसके लिये प्रशासन ने नगर निगम की कचरा गाड़ियों को लगाया है. ये गाड़ियां राशन का ऑर्डर लेंगी और किराना, राशन एवं दूध जैसा सामान घर तक पहुंचाएंगी. इंदौर संभाग के कमिश्नर आकाश त्रिपाठी ने निर्देश दिए हैं कि कोई व्यक्ति घर से बाहर सामान लेने के लिए ना निकले. इसलिए सभी जरूरी चीजों की होम डिलीवरी की जाएगी. उन्होंने बताया कि किसी भी दुकान पर भीड़ एकत्रित न हो, इसलिये प्रशासन होम डिलीवरी की सेवा शुरू कर रहा है. शुरुआत में ज्यादा मांग होने के कारण 1 से 2 दिन का समय लग सकता है. जबकि बाद में कुछ घंटों में ही सामान घर-घर पहुंचाया जा सकेगा.

इंदौर संभाग के कमिश्नर आकाश त्रिपाठी ने बताया कि लॉक डाउन और कर्फ्यू का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए यह कदम अति आवश्यक है. उन्होंने कहा कि कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ही लोग घर में रहें ये सुनिश्चित करना आवश्यक है लेकिन लोगों की बुनियादी आवश्यकताओं की पूर्ति करना भी प्रशासन की जिम्मेदारी है. आवश्यक वस्तुएं जैसे आटा, दाल, चावल, तेल, दूध और शक्कर आदि उनके घर तक पहुंचाया जाएगा.

प्रशासन ने जनता से अपील की है कि विपरीत परिस्थितियों में कम आवश्यकताओं में जीवन यापन कर कोरोना संकट की लड़ाई में वे प्रशासन का सहयोग कर सकते हैं. इसलिए लोग घर से बाहर ना निकलें. केवल अति महत्वपूर्ण कार्य जैसे जरूरी चिकित्सकीय परामर्श और दवा लेने के लिए ही बाहर निकलें. दवा खरीदने के लिए व्यक्ति उसके घर के सबसे नजदीक वाली दुकान पर पैदल जा सकता है. कमिश्नर त्रिपाठी ने बताया कि राशन की आपूर्ति के लिए ये सुनिश्चित किया जाएगा कि होलसेल विक्रेताओं के स्टॉक में कोई कमी ना हो. आलू प्याज भी किराने के सामान के साथ ही खरीदे जा सकेंगे. वहीं, हरी सब्जियों की सप्लाई अभी नहीं की जाएगी. इसके अतिरिक्त सामान क्रय करने की अपर लिमिट भी तय की जाएगी जिससे कि लोग ओवरस्टॉकिंग ना कर सकें.

कमिश्नर आकाश त्रिपाठी ने किराना सामान, राशन एवं दूध की होम डिलीवरी को लेकर एक बैठक की, जिसमें नगर निगम आयुक्त आशीष सिंह, उपायुक्त संदीप सोनी एवं रजनीश कसेरा, सांची दुग्ध संघ के सीईओ ए.एन.द्विवेदी शामिल हुए. बैठक में बताया गया कि सांची दुग्ध संघ की 5.5 लाख लीटर दूध की क्षमता है. शहर के प्रत्येक परिवार को प्रतिदिन उनकी पूर्ति के मुताबिक घर घर दूध बांटा जा सकता है. सांची के अधिकारियो का कहना है कि प्राइवेट दूध विक्रेता भी उन्हें दूध दे सकते हैं. वे 1- 1 लीटर की पैकिंग करके देंगे क्योंकि पैकेट में दूध के वितरण से कोरोना वायरस फैलने का खतरा कम हो जाता है.

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