7वें चरण में PM मोदी, CM योगी समेत इन दिग्गजों की प्रतिष्ठा दाव पर

यूपी
  17वीं लोकसभा के लिए 7 चरणों में हो रहे चुनाव में से 6 चरण पूरे हो चुके हैं। अब अंतिम चरण में महज पूर्वांचल की ही सीटें हैं। इस चरण में कुल 12 सीटों पर मुकाबला होना है। इन सीटों में रोचक संघर्ष है। सबसे खास यह कि भाजपा के दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा इस बार दाव पर है। इसमें सी.एम. योगी आदित्यनाथ और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डा. महेंद्र नाथ पांडेय प्रमुख हैं। उधर बात करें सपा-बसपा गठबंधन की तो बसपा के प्रदेश अध्यक्ष आर.एस. कुशवाहा, बाहुबली मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी, कांग्रेस के वाराणसी से प्रत्याशी अजय राय के नाम शामिल हैं। इनमें से कुछ या तो खुद चुनाव मैदान में हैं तो कुछ चुनाव लड़ा रहे हैं। इन सबसे ऊपर प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी खुद इसी पूर्वांचल की राजधानी के रूप में शुमार वाराणसी से मैदान में हैं। कहा तो यही जाता है कि मोदी मैजिक के चलते ही भाजपा ने 2014 में पूर्वांचल में अपना झंडा गाड़ा था। देखना यह भी होगा कि वह करिश्मा इस बार कितना कारगर साबित होता है।   
 1.वाराणसी: वाराणसी में कुल 26 प्रत्याशी मैदान में हैं। इनमें से भाजपा प्रत्याशी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। बनारस में मोदी को घेरने के लिए सांझा विपक्ष का प्रत्याशी उतारने की सारी कवायद खत्म हो चुकी है। ऐसे में उन्हें दोबारा चुनौती देने के लिए कांग्रेस से अजय राय मैदान में हैं तो सपा-बसपा गठबंधन से कांग्रेस की मेयर पद की उम्मीदवार रहीं शालिनी यादव। हालांकि सपा ने बी.एस.एफ. के बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव पर भी दाव लगाया था लेकिन उनकी दावेदारी को जिला निर्वाचन अधिकारी ने खारिज कर दिया है। ऐसे में देखना होगा कि नरेंद्र मोदी के खिलाफ कौन कितनी मजबूती से लड़ता है।

 2.गोरखपुर: योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर सीट से लगातार 5 बार जीत हासिल की। अबकी बार वह मुख्यमंत्री हैं। लिहाजा उनकी सीट पर भाजपा ने भोजपुरी सिने स्टार रवि किशन को मैदान में उतारा है। यहां बता दें कि योगी आदित्यनाथ के यू.पी. का सी.एम. बनने के बाद खाली हुई सीट पर हुए उपचुनाव में योगी आदित्यनाथ सहित भाजपा को सपा-बसपा ने मिल कर बड़ा झटका दिया था और सपा प्रत्याशी प्रवीण निषाद ने योगी आदित्यनाथ की सीट छीन कर सपा की झोली में डाल दी थी। 

3.गाजीपुर : गाजीपुर से खुद मैदान में रेल व संचार राज्यमंत्री मनोज सिन्हा हैं। मनोज सिन्हा इस सीट पर पूर्व में 1996, 1999 और 2014 में जीत चुके हैं लेकिन इस बार उन्हें टक्कर दे रहे हैं बसपा प्रत्याशी अफजाल अंसारी जो मनोज को 2004 में हरा चुके हैं। ऐसे में सपा-बसपा गठबंधन से अफजाल तो कांग्रेस से अजीत प्रसाद कुशवाहा उन्हें टक्कर दे रहे हैं। 
4.चंदौली : इस सीट से 2014 में डा. महेंद्र नाथ पांडेय ने जीत हासिल की थी। वह केंद्र में मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री भी रहे। फिर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष का चुनौतीपूर्ण पद संभाला। अब वह फिर से चुनाव मैदान में हैं। यहां से सपा-बसपा गठबंधन से सपा ने संजय चौहान को मैदान में उतारा है। इसे लेकर पार्टी कार्यकत्र्ताओं ने शुरूआत में विरोध भी जताया था। अब मतदान में उसका कितना असर पड़ेगा वह तो वक्त बताएगा लेकिन डा. महेंद्र के लिए मुकाबला आसान नहीं है। कारण यहां से कांग्रेस ने बाबू सिंह कुशवाहा की पत्नी शिवकन्या को उतारा है जिसने 2014 में गाजीपुर से सिन्हा को कड़ी टक्कर दी थी।
5. बलिया: बलिया में 10 प्रत्याशियों के बीच मुकाबला है। भाजपा से वीरेंद्र सिंह मस्त मैदान में हैं। गौरतलब है कि मस्त को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद बलिया के सांसद भरत सिंह समर्थकों ने काफी विरोध किया था। अब उस विरोध का कितना असर होता है या सब कुछ सामान्य हो चुका है, यह तो 23 मई को परिणाम आने पर ही पता चलेगा। लेकिन यहां भाजपा को सपा से सनातन पांडेय कड़ी टक्कर देते नजर आ रहे हैं। इनके अलावा भाजपा के सहयोगी रहे सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने विनोद तिवारी को मैदान में उतारा है। वहीं जनता क्रांति पार्टी से सीमा चौहान ने भी दावेदारी पेश की है। निर्दलीय ओम प्रकाश भी किसी से कम नहीं।
6.घोसी: घोसी में 15 प्रत्याशी मैदान में हैं। इसमें भाजपा से हरिनारायण, कांग्रेस से बालकृष्ण तो अतुल कुमार सिंह उर्फ अतुल राय बसपा से और भाकपा से अतुल कुमार सिंह उर्फ अतुल कुमार सिंह अनजान मैदान में हैं। 

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