440 गांवों में ओलावृष्टि से 35% तक फसल चौपट

भोपाल
पिछले तीन  दिनों में अलग-अलग  प्रदेश के बारह जिलों के 440 गांवों में ओलावृष्टि से पांच से पैतीस फीसदी तक फसल चौपट हो गई है। गेहूं, चना, मसूर, मटर एवं सब्जी की फसलों को ज्यादा नुकसान हुआ है। राजस्व और कृषि विभाग ने किसानों के खेतों में हुए फसल नुकसान के आंकलन करने अपनी टीमे लगा दी है। प्रारंभिक तौर पर पैतीस फीसदी तक नुकसान होंने का अनुमान है। 

राजस्व निरीक्षक, पटवारी और कृषि विभाग की संयुक्त टीम ओले से होंने वाले नुकसान का आंकलन कर रही है। जबलपुर की सिहोरा तहसील के तीन गांवों में चना, गेहूं, मसूर एवं सब्जी की फसल को नुकसान पहुंचा है। बालाघाट के 95 गांवों ,लालबर्रा तहसील के 12 गांव,परसवाड़ा के चौदह गावों, बिरसा के पांच, किरनापुर के 10, कटंगी के 25 गांवों में चना, गेहूं, मसूर और सब्जी की फसलों को एक से दो प्रतिशत नुकसान हुआ है।

 छिंदवाड़ा जिले की अमरवाड़ा तहसील के बीस और पांढुर्ना के आठ गांवों में गेहूं और चने की फसल को तीस से पैतीस फीसदी नुकसान हुआ है।
 परासिया के आठ गांवों में गेहूं और चने की फसल को पंद्रह से बीस फीसदी नुकसान हुआ है। सौसर तहसील के पांच गांवों में गेहूं और चने की फसलों को दो से पांच फीसदी नुकसान हुआ है। सिवनी जिले की सिवनी तहसील के 51 गांवों में एक हजार हेक्टेयर में बोई गई गेहूं, चना, मटर और मसूद की फसलों को पंद्रह से तीन फीसदी नुकसान हुआ है।, खुरई तहसील के दस गांवों में सात सौ हेक्टेयर क्षेत्र में , बरघाट तहसील के 37 गांवों में 25सौ हेक्टेयर क्षेत्र में , छपारा तहसील के एक गांव में गेहूं, चना, वटर और मसूर की75 हेक्टेयर जमीन पर पांच से दस प्रतिशत फसल बर्बाद हो गई है।

डिंडौरी के समनापुर, बजाग और शहपुरा के पांच गांव, नरसिंहपुर की गाडरवारा तहसील के पांच गांव, सिंगरौली की माड़ा तहसील के दो गांव, सतना जिले की अमरपाटन और रामनगर तहसीलों के 38 गांवो में गेहूं और चने की फसलों को दो से पांच फीसदी नुकसान पहुंचा है।उमरिया के  चंदिया और मानपुर के 27 गांव, मुरैना के 6 गांव,होशंगाबाद की बनखेड़ी के 18 गांव, बैतूल के सात गांव,मुलताई के 18 औश्र आमला के दस गांवों में गेहूं, चना और सरसों की फसलों को पांच से लेकर पैतीस प्रतिशत तक नुकसान हुआ है।

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