100 से 300 रुपये तक बढ़ जाएगा बिजली का बिल

 लखनऊ 
यूपी पावर कॉरपोरेशन की बिजली की नई दरें लागू होने से आम उपभोक्ताओं को जेब काफी ढीली करनी पड़ेगी। नई दरें लागू होने से एक किलोवाट से 10 किलोवाट लोड के घरेली कनेक्शन पर 100 से 300 रुपये तक औसतन इजाफा हो गया है। इसके अलावा ग्रामीण और कॉमर्शियल उपभक्ताओं को भी अधिक बिल चुकाना पड़ेगा।

बिजली दरों की बढ़ोत्तरी को यूपी पॉवर कॉरपोरेशन ने मजबूरी बताया। कॉरपोरेशन का दावा है कि रेगुलेटरी सरचार्ज में छूट के बाद कुल बढ़ोत्तरी 7.49 प्रतिशत ही होगी। कॉरपोरेशन ने कहा कि छोटे उपभोक्ताओं पर औसत बढ़ोत्तरी 100 रुपये प्रतिमाह तक की ही होगी।

सरकार के सुझाव पर ऐसे शहरी और ग्रामीण उपभोक्ताओं जो एक किलोवाट कनेक्शन पर हैं और प्रतिमाह 100 यूनिट तक खर्च करते हैं, उनकी दरों में कोई बढ़ोत्तरी नहीं की गई है। 4.28 फीसदी रेगुलेटरी सरचार्ज को अब पूरी तरह से खत्म कर दिया गया है। निजी नलकूपों पर टैरिफ में भी मामूली बढ़ोत्तरी की गई है। 150 रुपये प्रति हार्सपावर प्रतिमाह से बढ़ाकर 170 रुपये प्रति हार्सपावर प्रतिमाह किया गया है। इसकी तय दरें 7.35 रुपये प्रति यूनिट की तुलना में किसानों को मात्र 1.35 रुपये ही देने होंगे।

कॉरपोरेशन का कहना है कि आयोग ने लाइन हानियां मात्र 11.96 फीसदी मानी गईं और यह भी माना गया है कि 100 फीसदी बिलिंग हो रही है और उतनी ही वसूली हो रही है। इसलिए बढ़ोत्तरी में इन हानियों का असर नहीं पड़ा है।

बढ़ोत्तरी के कारण
उत्पादन, ट्रांसमिशन और वितरण सहित अन्य सभी चीजों पर लागत अधिक बढ़ जाने के कारण यह बढ़ोत्तरी की गई है। रेलवे और अन्य बड़े उपभोक्ता अब ओपन एक्सेस के चलते कहीं से बिजली ले लेते हैं। रूफ टॉप सोलर प्लांट के कारण घरेलू उपभोक्ताओं से वसूली कम हुई है। बिजली खरीद महंगी हो चुकी है। कोयले के दामों में बढ़ोत्तरी, महंगी ढुलाई से भी रेट बढ़ाने पड़े। वहीं पॉवर ग्रिड के ट्रांसमिशन चार्जेज में भी बढ़ोत्तरी हो चुकी है।

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