विदेश और दूसरे प्रदेशों से आए 6,650 लोगों को पृथक करने की कार्रवाई शुरू
बलरामपुर
उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले (Balrampur) में विदेश और दूसरे प्रदेशों से आए 6,650 लोगों को चिन्हित करने का काम शुरू कर दिया गया है. इसके बाद उन्हें क्वारंटीन (पृथक) करने की कार्रवाई भी शुरू की जा चुकी है. जिला अधिकारी (डीएम) करूणा करूणेश ने रविवार को बताया कि कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण से रोकने के लिए दूसरे प्रदेशों से बलरामपुर जिले में आए 6,137 व्यक्तियों को चिन्हित कर उन्हें पृथक किया जा रहा है.
उन्होंने बताया कि सऊदी अरब से आए 125, ओमान से आए 99 और कतर से लौटे 42 लोगों समेत कुल 513 लोगों को भी अलग किया गया है. सभी लोग पूरी तरह स्वस्थ्य हैं और किसी में भी कोरोना वायरस के लक्षण नहीं पाए गए हैं.
करुणेश ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वह क्वारंटीन अवधि में रहने के दौरान बाहर नहीं निकलें. अन्य लोगों से 2 मीटर की दूरी बनाए रखें और सामाजिक मेल-मिलाप से दूरी के नियमों का पालन करके प्रशासन का सहयोग करें. उन्होंने बताया कि बाहर से आने लोगों को देखते हुए जिले में दो कंट्रोल रूम की भी स्थापना की गई है ताकि कोई भी सूचना दे सके.
उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर में चार और नए मरीज कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं. इसी के साथ शहर में COVID-19 मरीजों की संख्या बढ़कर 31 हो गई है. इसके साथ ही उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 71 पहुंच गई है. गौरतलब है कि लॉकडाउन के बावजूद नोएडा में पिछले तीन दिनों में 19 मरीज कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं. यह स्थिति जिला प्रशासन और स्वास्थ्य महकमे के लिए बड़ी चुनौती है. दादरी के बिश्नोली गांव में भी Coronavirus का एक पॉजिटिव मामला सामने आया है. इसके बाद गौतमबुद्ध नगर के कलेक्टर ने इस गांव को तीन दिन के लिए सील करने का आदेश जारी किया है.
दरअसल, शनिवार को उत्तर प्रदेश में कोरोना के 14 नए पॉजिटिव केस मिले थे. 14 में से 9 नोएडा, 4 मेरठ और वाराणसी में एक मामला सामने आया था. वहीं, रविवार को गाजियाबाद में दो नए मामले सामने आए. कोरोना संक्रमण के बीच में सबसे ज्यादा हालात नोएडा के खराब हो रहे हैं. नोएडा में लगातार सबसे ज्यादा केस मिल रहे हैं. एक तरफ जहां राजधानी लखनऊ में पिछले 5 दिनों के भीतर कोई मरीज नहीं मिला है. वहीं, नोएडा में 19 से ऊपर मरीज पिछले 3 दिनों के भीतर मिल चुके हैं. चिकित्सकों ने आशंका व्यक्त की है कि नोएडा में कम्युनिटी ट्रांसफर भी हो रहा है.