हेलिकॉप्टर से होगा छिड़काव, टिड्डियों से छुटकारे के लिए ब्रिटेन से आएंगे स्प्रेयर्स

नई दिल्ली 
पूरे उत्तर भारत में बड़ी आफत बनीं टिड्डियों से छुटकारे के लिए अब हेलिकॉप्टरों का इस्तेमाल करने की तैयारी है. टिड्डियों की समस्या को देखते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि टिड्डियों की समस्या के समाधान के लिए इस पखवाड़े ब्रिटेन से 15 स्प्रेयर्स मंगाए जा रहे हैं, जबकि बाद में 45 और स्प्रेयर्स मंगवाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि टिड्डियों के खात्मे को लेकर लंबे पेड़ों और दुर्गम स्थानों पर कीटनाशकों के छिड़काव के लिए जल्द ही ड्रोन लगाए जाएंगे, जबकि हेलिकॉप्टरों से हवाई स्प्रे कराया जाएगा.

समस्या को लेकर केंद्र गंभीरः कृषि मंत्री
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने गुरुवार को उच्चस्तरीय बैठक में समस्या के निदान को लेकर समीक्षा की. उन्होंने बताया कि टिड्डी की समस्या को लेकर केंद्र सरकार गंभीर है और राज्यों के साथ मिलकर इस पर नियंत्रण को लेकर आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र टिड्डियों से प्रभावित राज्यों से संपर्क में है और इस संबंध में एडवाइजरी भी जारी कर दी गई है.
 
इससे पहले कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने गुरुवार को दोनों राज्यमंत्री कैलाश चौधरी तथा पुरुषोत्तम रूपाला और सचिव (DAC & FW) संजय अग्रवाल के साथ बैठक कर स्थिति की विस्तृत समीक्षा की. इस समस्या को लेकर उन्होंने कहा कि जरूरत के अनुसार संबंधित राज्यों को संसाधनों के अलावा वित्तीय सहायता भी दी जा रही है. सरकार किसानों, राज्य शासन और जिला प्रशासन के साथ मिलकर इस समस्या से निपटाने की कोशिश में जुटी है.
 
कृषि मंत्री ने आगे कहा कि अगले 15 दिनों में ब्रिटेन से 15 स्प्रेयर आने शुरू हो जाएंगे. इसके अलावा, एक या डेढ़ महीने में 45 और स्प्रेयर्स खरीदे जाएंगे. टिड्डों के प्रभावी नियंत्रण के लिए लंबे पेड़ों और दुर्गम स्थानों पर कीटनाशकों का छिड़काव करने के लिए ड्रोन का उपयोग किया जाएगा, जबकि हवाई स्प्रे के लिए हेलिकॉप्टरों को तैनात करने की योजना है.

राजस्थान में भारी नुकसान

टिड्डों का दल पाकिस्तान के रास्ते देश की सीमा में प्रवेश कर राजस्थान, मध्यप्रदेश समेत देश के कई इलाकों की हरियाली नष्ट कर रहे हैं. राजस्थान के 20 जिलों में लगभग 90 हजार हेक्टेयर में फसलों को टिड्डियों ने नुकसान पहुंचाया है. राजस्थान के एक कृषि अधिकारी के अनुसार श्रीगंगानगर, नागौर, जयपुर, दौसा, करौली और सवाई माधोपुर जिलों से टिड्डियों के झुंड उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में पहुंच गए हैं. टिड्डियों को मारने के लिए केंद्र की टीम के साथ ही राज्य के कृषि विभाग के अधिकारी लगे हुए हैं. कृषि विभाग के आयुक्त ओम प्रकाश ने कहा कि टिड्डी हमले के कारण राजस्थान के 20 जिलों में लगभग 90,000 हेक्टेयर कृषि भूमि प्रभावित हुई है. श्रीगंगानगर में ही करीब 4,000 हेक्टेयर और नागौर में 100 हेक्टेयर में फसलों को नुकसान हुआ है. विभाग ने 67,000 हेक्टेयर पर टिड्डी नियंत्रण अभियान चलाया है.

उन्होंने कहा कि टिड्डियों के झुंड 15-20 किमी प्रति घंटे की गति के साथ दिन में 150 किमी की यात्रा कर सकते हैं. इस समय खेतों में फसल नहीं होने के कारण वे सब्जियों की फसल, पेड़ों और अन्य उपलब्ध वनस्पतियों को निशाना बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से टिड्डियों का भारत आने का प्रमुख कारण वहां इस समय फसलों का नहीं होना है.

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