हिना कावरे दुर्घटना: नक्सली साजिश की आशंका, परिवारों को मिलेगी 1 करोड़ की आर्थिक मदद

भोपाल
रविवार रात को हुए हादसे में विधानसभा उपाध्यक्ष और बालाघाट जिले की लांजी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक हिना कावरे बाल-बाल बच गईं। इस हादसे में तीन पुलिस कर्मियों सहित चार लोगों की मौत हुई है| अब इस हादसे के पीछे नक्सली साजिश की आशंका भी जताई जा रही है। हादसे की जांच की मांग भी उठी है| लेकिन खास बात यह हैं कि जांच की मांग भाजपा की ओर से आई है| 

बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता राहुल कोठारी ने हिना कांवरे के काफिले के साथ हुई दुर्घटना की जांच एटीएस से कराई जाने की मांग की है| उन्होंने ट्वीट कर लिखा है "सुश्री हिना कांवरे के काफिले के साथ बालाघाट में हुई भीषण दुर्घटना एवं सुरक्षाकर्मियों की मौत की जांच तत्काल ATS से कराई जाए।कहीं कांग्रेस सरकार आते ही मध्यप्रदेश में नक्सलवाद फिर से हावी तो नहीं हो गया "| वहीं नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने भी कहा है कि हादसे के बीच अगर कोई साजिश है तो इसकी उच्च स्तरीय जांच सरकार को करना चाहिए| उन्होंने कहा हादसा दुखद है, लापरवाही से अगर हादसे होते हैं तो इस लापरवाही से बचा जा सकता है, अगर इसके पीछे कोई साजिश है तो सरकार को इसकी भी उच्च स्तरीय जांच कराना चाहिए|

बता दें कि हिना कांवरे बालाघाट जिले की लांजी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस की विधायक हैं और हाल ही में उन्हें विधानसभा उपाध्यक्ष चुना गया है| हिना कांवरे के पिता लिखीराम कांवरे की नक्सलियों ने घर में घुसकर हत्या कर दी थी। लिखीराम कांवरे उस समय दिग्विजय सिंह सरकार में परिवहन मंत्री थे। इसीलिए इस हादसे को भी नक्सली साजिश से जोड़कर देखा जा रहा है| हालाँकि यह जांच का विषय है| 

गौरतलब है कि बालाघाट में रविवार रात को करीब 12 : 30 बजे एक भीषण सड़क हादसा हुआ|  जब विधानसभा उपाध्यक्ष हिना कावरे बालाघाट से अपने घर लौट रही थी| तभी गोदिया रोड पर सालेटेका गाँव के पास एक तेज रफ़्तार ट्रक ने उनके काफिले में शामिल फॉलो वाहन को टक्कर मार दी| टक्कर से वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया| हादसे में लांजी सब इंस्पेक्टर हर्षवर्धन सोलंकी और प्रधान आरक्षक मोहम्मद हमीद शेख की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन गंभीर रूप से घायल हो गए। इलाज के दौरान आरक्षक राहुल कोलार और चालक सचिन सहारे की भी मौत हो गई। इस भीषण हादसे में घायल जवानों को पहले इलाज के लिए कांवरे जिला अस्पताल बालाघाट ले जाया गया। इसके बाद तीनों को नागपुर रेफर कर दिया गया जहां दोनों घायलों की मौत हो गई। सोमवार को सुबह चारों के शवों को पोस्टमार्टम के बाद बालाघाट पुलिस लाइन में लाया गया। यहां हिना कावरे ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। ड्यूटी के दौरान दुर्घटना में जान गवाने वाले तीन जवानों को शहीदों का दर्जा दिया गया है। सभी के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपए की आर्थिक मदद और अनुकंपा नियुक्ति दी जाएगी। तत्काल मदद के रूप में तीन जवानों को एक-एक लाख की मदद और चालक के परिवार को 50 हजार रुपए की आर्थिक मदद की गई है।

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