अद्रिका गोयल और कार्तिक गोयल को बहादुरी के लिए सम्मानित करेंगे राष्ट्रपति
मुरैना
मध्यप्रदेश के मुरैना जिले की 10 साल की अद्रिका गोयल व उसके भाई कार्तिक गोयल को बहादुरी की कैटेगरी में नेशनल चिल्ड्रन अवार्ड के लिए चुना गया है. यह अवॉर्ड देश के राष्ट्रपति द्वारा 24 जनवरी को दिल्ली राष्ट्रपति भवन में दिया जाएगा. बीते 2 अप्रैल को एसी- एसटी के विरोध में भारत बंद के दौरान हुई हिंसा में ट्रेन में फसे पैसेंजरों व बच्चों तक खाना व पेय पदार्थ पहुंचाया था.
मुरैना के सब्जी मंडी इलाके में रहने वाले अक्षत गोयल के दोनों बच्चे कार्तिक व अद्रिका को उनकी बहादुरी के लिए राष्ट्रपति सम्मान के लिए चुना गया है. बता दें कि यह जानकारी अक्षत गोयल को मेल द्वारा मिली है. इस खबर से परिवार व दोस्तो में खुशी का माहौल है.
2 अप्रैल को जब मुरैना हिंसा की आग में जल रहा था. आंदोलनकारियों ने ट्रेन को रोक कर आगजनी, पथराव व गोलियां चलाना शुरू किया, तो ट्रेन 6 घंटे ट्रेन तक आंदोलनकारियों के कब्जे में रही. ट्रेन में पैसेंजर व उनके बच्चों का भूख- प्यास से बुरा हाल था, तब ये बच्चे टीवी पर खबर देख कर बाहर निकले और ट्रेन में फसे लोगों को खाना व पेय पदार्थ उपलब्ध कराया. अद्रिका मुरैना नगर निगम की ब्रांड एम्बेसडर भी रह चुकी हैं और कराटे में ब्लैक बेल्ट हैं, जो कई बच्चियों को सुरक्षा के गुण भी सीखा चुकी हैं.