हितग्राहियों को अच्छे किस्म के पौधे उपलब्ध कराए
श्योपुर
चंबल संभाग के कमिश्नर आरके मिश्रा ने कहा है कि राज्य सरकार द्वारा स्वसहायता समूहो को सशक्त बनाने की दिशा में कदम उठाये जा रहे है एवं आजीविका अनुसंधान केन्द्र खोले जाकर ग्रामीण विकास की दिशा में प्रयास जारी है। इन प्रयासो को दृष्टिगत रखते हुए आजीविका अनुसंधान केन्द्र में कार्यरत हितग्राहियों को अच्छे किस्म के पौधे उपलब्ध कराये जावे। जिससे स्वसहायता समूहों का तरक्की का मार्ग प्रशस्त होगा। साथ ही अपने परिवारो की उधर पूर्ति में समूह सक्षम बनेगे। वे मप्र डे-आजीविका ग्रामीण मिशन के माध्यम से जिले के आदिवासी विकासखण्ड कराहल के ग्राम सेंसईपुरा के क्षेत्र मे स्थित आजीविकास अनुसंधान केन्द्र की नर्सरी पर अधिकारी और समूह की महिलाओ से चर्चा कर रहे थे।
इस दौरान कमिश्रर ने कहा कि आजीविका अनुसंधान के क्षेत्र में स्वसहायता समूहो को सशक्त बनाने के लिए पौधो के बगीचा के अलावा मछली पालन तालाबए गौशाला की व्यवस्था को प्रभावी बनाया जाए एवं अनुसंधान केन्द्र के समीप से निकल रही कूनो नदी पर रिटर्निग वॉल बनाई जाए। स्वसहायता के यहां आम का प्लानटेशन कराने से समूहो की आय में बृद्धि होगी एवं दो या तीन साल में आम को बेचने के लिए फू्र्रटीएमाजा कंपनी एग्रीमेंट कर अधिक से अधिक किमत पर माल को खरीद सकती है। इस मौके पर कलेक्टर राकेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि आजीविका मिशन के माध्यम से 528 बगीचे स्वसहायता समूहो के यहां लगवाये गये है। इस वर्ष 10 हजार बगीचे और लगाने का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। इस लक्ष्य के अनुरूप स्वसहायता समूहो के हितग्राहियो को आमए अमरूदए कटहल के पौधो का बगीचा लगाये जाएगे। उन्होने कहा कि समूहो की आय में इजाफा करने के लिए ककडनाथ प्रदान करने की व्यवस्था आजीविका मिशन के माध्यम से की गई है। इस व्यवस्था से समूह एक ककडनाथ को 1500 रूपये तक बेचने की सुविधा का लाभ उठा रहे है। जिससे उनकी आय में इजाफा हो रहा है। उन्होने कहा कि हेचर लगाने के लिए वन विभाग के माध्यम से व्यवस्था कराई जाएगी।
स्वसहायता समूह की श्रीमती कलिया आदिवासाी ने इस दौरान बताया कि मछली पालन तालाब कराहल में कातुआए रोहू का बीज डाला गया है। उन्होने कहा कि गिलास एवं झिगा मछली का बीज डालने की व्यवस्था की जा रही है। जिससे समूह की आमदनी बढेगी। आयुक्त ने पनवाडा के हितग्राही द्वारा लगाये गये बगीचे का किया निरीक्षण भी किया।
वनांचल के भ्रमण के दौरान कलेक्टर राकेश कुमार श्रीवास्तव, सीईओ जिला पंचायत हर्ष सिंह, सहायक कलेक्टर पवार नवजीवन विजय, एसडीएम कराहल विजय यादव, डीपीएम आजीविका मिशन सोहनकृष्ण मुदगल, सहायक आयुक्त आदिम जाति कल्याण एलआर मीना, कार्यपालन यंत्री आरईएस पीएस इटोरिया, जल संसाधन सुभाष गुप्ता, सीईओ जनपद एसएस भटनागर, सहायक संचालक मत्स्य पालन बीपी झसिया, उद्यानिकी पंकज शर्मा, प्रभारी तहसीलदार शिवराज मीणा, संकुल आजीविकास के सेंसईपुरा संकुल की नोडल सोनिया परिहार एवं स्वसहायता समूहों की पदाधिकारी, क्षेत्रीय ग्रामीणजन उपस्थित थे।