स्वतंत्रता दिवस: इस बार मीसाबंदी न तो विशेष अतिथि होंगे और न ही मिलेगा उन्हें सम्मान
भोपाल
स्वतंत्रता दिवस समारोह में इस बार मीसाबंदी न तो विशेष अतिथि होंगे और न ही उन्हें सम्मानित किया जाएगा। राज्य सरकार ने पिछले सालों में इस मौके पर किए जाने वाले उनके सम्मान के कार्यक्रम को इस बार टाल दिया है। इन्हें मिलने वाली पेंशन पर कई जिलों में जांच के नाम पर रोक लगाने का काम सरकार पहले ही कर चुकी है।
शिवराज सरकार के कार्यकाल में मीसाबंदियों (आपातकाल के दौरान जेल में रहे लोगों) को स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में सम्मानित किया जाता रहा है। इसके लिए जीएडी द्वारा जारी किए जाने वाले निर्देशों में 8वें क्रम पर यह निर्देश पिछले साल तक जारी होता रहा है पर इस साल कलेक्टरों को भेजे गए स्वतंत्रता दिवस समारोह के निर्देश से मीसाबंदियों से संबंधित निर्देश हटा दिए गए हैं। इसके बाद यह तय हो गया है कि कांग्रेस की सरकार में अब मीसाबंदियों का सम्मान स्वतंतत्रता दिवस पर नहीं किया जाएगा। गौरतलब है कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद मीसाबंदियों को दी जाने वाली पेंशन भौतिक सत्यापन के बाद ही दिए जाने के आदेश जीएडी ने दिए थे। इसके बाद कुछ जिलों में सत्यापन के बाद तो पेंशन दी जाने लगी है पर करीब दो दर्जन जिलों में अभी भी पेंशन नहीं मिल रही है।