स्टोर करने की सोंच बढ़ा रही है दिक्कत
रायपुर
दरअसल लाकडाउन के दौरान लोगों की सोंच बदल गई है वे 14 अप्रैल को काफी लंबा समय मानकर जितना हो सके हर चीज का स्टोर करने के लिहाज से खरीदी कर रहे हैं और यही कारण बन रहा है किल्लत का। दूसरी ओर सरकार दवा,सब्जी व खाने के सामान उपलब्ध कराने पूरी ताकत झोंक रही है। यहां तक कि कलेक्टरों को मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कह दी है जहां पर भी कालाबाजारी की खबर मिले कड़ी कार्रवाई तत्काल करें। कंट्रोल रूम,हेल्प लाइन,होम डिलीवरी से लेकर राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम भी बना दिया है फिर भी अभी से इन सामानों की कमी बतायी जा रही है कुछ जगहों पर बेभाव भी सामान व सब्जी बिकने की खबर आ रही है। पखवाड़े भर तो बाकी है,यदि लाकडाउन बढ़ा तो क्या करेंगे,इसलिए जरूरत से ज्यादा खरीदी करने में हर कोई लग गया है।
एक कारण यह भी है कि सीमा सील होने से जो लोड गाडि?ां थी वह जहां की तहां अटक गई है। इन वाहनों का भाड़ा भी बढ़ रहा है। उड़ीसा,महाराष्ट्र,आंध्रप्रदेश जैसे इलाकों से आने वाली गाडि?ां नहीं आ पा रही हैं। इसकी जानकारी मुख्यमंत्री तक पहुंची तो उन्होने तत्काल राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम स्थापित करवाया है जो कि प्रबंधक स्टेट सिविल सप्लाइज कापोर्रेशन देवेन्द्र नगर में फोन नंबर 0771-2882113 के साथ समन्वयक अधिकारी की उपस्थिति में संचालित हो रहा है। यदि आप यहां जानकारी देते हैं तो ऐसे वाहनों के आने जाने की सुविधा सरकार की ओर से मुहैया कराई जा रही है। दवा विक्रेताओं का कहना है लोग बीपी या शुगर ही नहीं बल्कि दिगर दवाईयां भी बड़े पैमाने पर खरीद रहें हैं इसलिए कमी हो रही है। वहीं किराना दुकानदारों का कहना है कि करें क्या जो पुराना स्टाक है वह खत्म हो रहा है लोग एक की जगह चार ले जा रहे हैं। जब तक स्टाक है दुकान खोलेंगे। बिस्किट-भुजिया जैसे छोटे सामान भी खत्म होने लगे हैं। इसलिए परिवहन के साथ उपलब्धता बनाये रखाना भी एक बड़ी चुनौती है।