सेल्फ फायनेंस कोर्स पर उच्च शिक्षा विभाग पर नजर, फिजूखर्ची रोकने बंद होंगे कोर्स 

भोपाल 
सेल्फ फायनेंस से चलने वाले कोर्स चलाने के नाम पर कालेजों पर उच्च शिक्षा विभाग ने नकेल कस दी है। फिजूलखर्ची को रोकने के लिए विभाग ने कोर्स के प्रवेश संख्या का दायरा तय कर दिया है। अब कालेज सेल्फ फायनेंस स्नातक (यूजी) में 25 और स्नातकोत्तर (पीजी) में गत वर्ष दस से कम प्रवेश होने पर प्रवेश नहीं दे पाएंगे। इसके चलते कोर्स बंद हो जाएंगे। उच्च शिक्षा विभाग ने आगामी सत्र 2019-20 में प्रवेश कराने के लिए नियमावली जारी कर दी है, जिसके 2.2.5 में सेल्फ फायनेंस के संबंध में दिशा निर्देश दिए गए हैं। 

राज्य के अधिकतम कालेज में सेल्फ फायनेंस कोर्स संचालित हो रहे हैं। उक्त कोर्स में कम प्रवेश होने की दशा में कालेजों को उन्हें संचालित करने में काफी कठिनाई आती है। इससे वित्त खर्च जनभागीदारी के बजट पर पड़ता है। इसलिए विभाग ने उक्त कोर्स में प्रवेश का बंधन बांध दिया है। गत वर्ष तक यूजी के उक्त कोर्स में 25 और पीजी कोर्स के प्रथम वर्ष में दस से कम प्रवेश होने की दशा में आगामी सत्र 2019-20 में दाखिला नहीं दिया जाएगा। ये कोर्स प्राचार्य को बंद करना होंगे। ये बंधन आगामी सत्र में शुरू होने वाले कोर्स पर लागू नहीं होगा। 

कैसे होती परेशानी 
कालेज प्राचार्य कम प्रवेश होने के बाद भी सेल्फ फायनेंस कोर्स को संचालित करते रहे हैं। इसका बोझ जनभागीदारी के खाते पर पड़ता है। क्योंकि कोर्स को संचालित करने के लिए विद्यार्थी की फीस पर निर्भर होते हैं। कम प्रवेश होने पर फीस कम जमा होती है। इससे फैकल्टी के अलावा अन्य खर्च ज्यादा होते हैं। इससे कोर्स घटे में चलते हैं। इसलिए विभाग ने ऐसे कोर्स को बंद कर का निर्णय लिया है। 

राजधानी कालेजों में चलते हैं ये कोर्स
नूतन कालेज में हास्पिटल मैनेजमेंट और कम्प्यूटर कोर्स। एमव्हीएम में बयोेकैमिस्ट्री, सीडटेक्नालाजी, माइक्रोबायोलाजी, बायोटेक्नालाजी, इंडस्ट्रीयल माइक्रोबायोलाजी, कम्प्यूटर साइंस, इलेक्ट्रिानिक्स एंड इक्यूमेंट मेनटेनेंस। बेनजीर कालेज में कम्प्यूटर सांइस, कम्प्यूटर एप्लीकेशन, बायोटेक्नालाजी। भेल कालेज में बीकाम कम्प्यूटर, सीएनडी, ट्रेवल एवं टूरिज्म। नवीन कालेज में बीसीए, बीबीए, बीकाम टेक्ससेशन, टैÑवल एवं टूरिज्म बीकाम कम्प्यूटर हैं। एमएलबी कालेज में इंडस्ट्रीयल माइक्रोबायोलाजी, एमए सोशलसाइंस, पीजी डिप्लोमा योगा साइंस, पीजीडीडी, बायोटेक्नालाजी, इलेक्ट्रानिक्स, बीएसडब्ल्यू और कम्प्यूटर एप्लीकेशन। 
 

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