डीजल नहीं भरने से लो फ्लोर बसों का संचालन हुआ बंद, करीब 1 लाख यात्री हुए परेशान
भोपाल
भोपाल में शुक्रवार को लो फ्लोर बसों के बंद होने से 1 लाख से ज्यादा लोगों को परेशानी की सामना करना पड़ा. दरअसल बसों में डीजल नहीं डलने के कारण बसों का संचालन रुक गया, क्योंकि पेट्रोप पंप संचालकों ने उधारी में डीजल देने से मना कर दिया था. बता दें कि बस ऑपरेटर्स को इन पेट्रोप पंपों का करीब 2 करोड़ रुपए बकाया है और ये हालत इसलिए बनें क्योंकि बीसीएलएल ने बस ऑपरेटर्स का 5 करोड़ का पेमेंट नहीं किया.
वहीं दो दिन पहले बस ऑपरेटर्स ने बीसीएलएल को पत्र लिखकर बताया भी था कि यदि उनका पेमेंट नहीं किया गया तो बस को संचालन रोक दिया जाएगा. वहीं शहर के कई इलाकों में बस आने की जानकारी डिस्प्ले पर होती रही लेकिन डिस्प्ले पर जानकारी होने के बावजूद बसें नहीं आई, जिससे करीब 1 लाख से ज्यादा लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा.
दरअसल हर महीने नगर निगम करीब डेढ़ करोड़ रुपए के पास बनाती है. इसमें यात्री से पास का आधा पैसा लिया जाता है, जबकि आधा पैसा नगर निगम अपनी जेब से मिलाकर बीसीएलएल को देता है और बीसीएलएल ऑपरेटर को पेमेंट करती और बीते छह महीने से डेढ़ करोड़ में से ऑपरेटर के पास 30 से 40 लाख रुपए ही पहुंच रहे थे, जो धीरे-धीरे बढते हुए करीब 5 करोड़ रुपए तक पहुंच गई. पैसे बस ऑपरेटर्स को बीसीएलएल से नहीं मिलने के कारण उन्हें पंप संचालकों से डीजल उधारी में लेना पड़ा. यह कर्ज करीब दो करोड़ रुपए तक पहुंच गया. कर्जा ज्यादा होने के कारण पेट्रोल पंप संचालकों ने गुरुवार रात डीजल देने से मना कर दिया.
वहीं बसें नहीं चलने के बाद भी स्टॉप पर लगे डिस्प्ले बोर्ड पर इनके आने की जानकारी देने वाली एनक्यूवेट सॉफ्टटेक कंपनी पर भी 25 हजार रुपए का जुर्माना लगाया है, क्योंकि डिस्प्ले पर गलत जानकारी मिलने से यात्रियों को परेशानी हुई. फिलहाल आज बसों का संचालन शुरू हो जाएगा.