सेक्स लाइफ के लिए ‘खतरनाक’ है मोटापा, घट जाता है स्पर्म काउंट और टेस्टोस्टेरोन

इसमें कोई शक नहीं कि मोटापा कई बीमारियों की जड़ है। मोटापे की वजह से न सिर्फ दिल की बामारियां (हार्ट अटैक, स्ट्रोक आदि) हो जाती हैं, बल्कि यह हाइपरटेंशन, डायबीटीज़, ऑस्टियोआर्थराइटिस और कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों को भी बुलावा देता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सेक्स लाइफ पर भी मोटापे का बुरा असर पड़ता है?

न्यू यॉर्क की बफ्लो यूनिवर्सिटी में की गई एक स्टडी में कहा गया है कि मोटापे की वजह से पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन हॉर्मोन का लेवल प्रभावित हो जाता है। बता दें कि टेस्टोस्टेरोन हॉर्मोन पुरुषों की कामेच्छा को बढ़ाने में मददगार होते हैं और अगर इस हॉर्मोन का स्तर कम हो जाता है तो उनकी सेक्स ड्राइव भी कम हो जाती है।

मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की मेडिकल डायरेक्टर और आईवीएफ स्पेशलिस्ट डॉ. शोभा गुप्ता ने बताया कि सेक्शुअल परफॉर्मेंस के लिए स्टेमिना काफी ज़रूरी है लेकिन मोटापे की वजह से स्टेमिना यानी ताकत पर बुरा असर पड़ता है। इसकी वजह से पुरुषों के हॉर्मोन्स में भी काफी बदलाव आ जाते हैं। इन्हीं बदलावों की वजह से पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन हॉर्मोन का लेवल घट जाता है और सेक्स ड्राइव कम हो जाती है। इसके अलावा मोटापे की वजह से पुरुषों के प्राइवेट पार्ट में खून का सही तरह से प्रवाह भी नहीं हो पाता, जिससे वहां खून की कमी हो जाती है। प्राइवेट पार्ट में खून की कमी से इरेक्टाइल डिस्फंक्शन यानी प्राइवेट पार्ट में तनाव की कमी हो जाती है।

टेस्टोस्टेरोन हॉर्मोन पुरुषों के प्राइवेट पार्ट की हड्डियों को मजबूत बना उनका विकास करने में मदद करता है। प्यूबर्टी यानी यौवन के स्तर पर पहुंचने पर यह हॉर्मोन बढ़ने लगता है और फिर बढ़ती उम्र के साथ घटता रहता है। इसके अलावा प्यूबिक हिस्से और जांघ के अंदरुनी हिस्से में चर्बी बढ़ने से टेस्टिस यानी वीर्यकोष का तापमान 35 डिग्री सेल्सियस से भी ज़्यादा बढ़ जाता है। इसकी वजह से स्पर्म का काउंट भी घट जाता है।

अब तो आप समझ ही गए होंगे कि मोटापे से कितनी बीमारियां और परेशानियां होती हैं। इसलिए बेहतर है कि मोटापा कम करना शुरू कर दें। लेकिन ध्यान रहे कि इसके लिए आप डायटिंग न करें बल्कि सही डायट लें और सही व्यायाम करें।

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