सुशांत सिंह के बिना बॉलीवुड अधूरा, लगता है मैंने अपना बेटा खो दिया: नाना पाटेकर
आरा
फिल्म अभिनेता नाना पाटेकर ने कहा कि सुशांत सिंह राजपूत के बिना फिल्मी जगत अधूरा सा लगने लगा है। जवानों से रूबरू होते हुये नाना पाटेकर ने कहा कि सुशांत के बिना जिंजदगी अधूरा महसूस कर रहा हूं। बिहार के भोजपुर जिले में सीआरपीएफ द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम समारोह में नाना ने कहा कि वह बहुत ही प्यारा बच्चा था। अभी तीस साल उसका कैरियर था। लेकिन क्या हो गया जो उसने ऐसा कदम उठाया इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। वह एक मंजा हुआ कलाकार था। लगता है उन्होंने अपने बेटे को खोया हो। जवानों से कहा कि अपनी जिंदगी से प्रेम करना सीखे। अपने लक्ष्य व वर्दी दिखाते हुए कहा कि किसी भी व्यक्ति को कभी भी जिंदगी से निराश नहीं होना चाहिए।
जिन्दगी से निराश होने के बदले करें प्रेम : नाना पाटेकर
एक शाम नाना पाटेकर के साथ कार्यक्रम में फिल्मी दुनिया के जाने माने कलाकार नाना पाटेकर रविवार की शाम कोईलवर के सीआरपीएफ 47 वीं बटालियन मुख्यालय पहुंचे तो जवान खुशी से उछल पड़े। उन्होंने मौजूद जवानों की हौसला अफजाई की। वहीं हर एक सिपाही से मिल अपनी फोटो खिंचवाई। जवानों के साथ मिलकर सीआरपीएफ मुख्यालय में नाना ने आम व आंवले के पौधे लगाये। मौके पर मुख्यालय के सभागार में जवानों ने रंगारंग कार्यक्रम की प्रस्तुति की। अतिथियों के साथ साथ नाना पाटेकर ने भी काफी सराहना की।
बिहार सेक्टर के सीआरपीएफ आईजी जीवीएच गिरी प्रसाद ने नाना पाटेकर को बुके व शॉल देकर स्वागत किया। सीआरपीएफ अधिकारियों ने नाना पाटेकर का संक्षिप्त परिचय कराया और उनके सिनेमा जगत के सर्वश्रेष्ठ फिल्मों को गिनाया। मौके पर जवानों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति की जिसमें दिल दिया है जान भी देंगे कि प्रस्तुति की।
नाना पाटेकर ने जवानों को सवाल पूछने के लिए प्रेरित किया और उनके सवालों का जवाब भी दिया। मौके पर सीआरपीएफ आईजी जीवीएच गिरी प्रसाद, डीआइजी एसएम हसनैन, संजय कुमार, 47 वीं वाहिनी कमांडेंट भूपेश यादव, द्वितीय कमान पदाधिकारी लार्लंमग थांग जोटा समेत दर्जनों अधिकारी व कर्मी उपस्थित रहे। इस दौरान सड़कों पर नाना पाटेकर को देखने केलिए लोगों को हुजूम देखते बन रहा था।