सीएम सोरेन ने दिखाई हरी झंडी, मजदूरों को लेकर दुमका से रवाना हुई ट्रेन
रांची
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के लिए लेह-लद्दाख और भारत-चीन सीमा से सटे अन्य प्रोजेक्ट के लिए दुमका से जाने वाली पहली ट्रेन को हरी झंडी दिखाई है. इस ट्रेन में 1,500 श्रमिक सवार हैं. झारखंड सरकार और बीआरओ के बीच एक करार हुआ है, जिसके मुताबिक मजदूरों का मजदूरी, उनके कल्याण के लिए लाभांश और बीआरओ के सभी रजिस्ट्रेशन नियमों का पालन किया जाएगा. इस काम में स्थानीय जिला प्रशासन मददगार होगा. दुमका और आसपास के इलाकों में रहने वाले अन्य मजदूरों के लिए और ट्रेनें चलाई जाएंगी. रजिस्ट्रेशन के बाद ही मजदूरों को ट्रेनों के जरिए भेजा जाएगा. कार्यस्थल पर श्रम नियमों के पालन और मजदूरों के अधिकारों और हितों की रक्षा के लिए बीआरओ और झारखंड के श्रम विभाग के बीच में एक समझौता होगा.
मजदूर होंगे क्वारनटीन
यह रक्षा मंत्रालय की सहमति के बाद होगा, जिसकी स्वीकृति बीआरओ लेगी. लेह-लद्दाख पहुंचने के बाद सभी श्रमिकों को क्वारनटीन किया जाएगा और उनके स्वास्थ्य की जांच कराई जाएगी. यह लद्दाख के डिविजनल कमिश्नर के निर्देशों के आधार पर होगा.
'देश सेवा पर जा रहे श्रमिक'
हेमंत सोरेन ने इसके संबंध में एक ट्वीट भी किया है. उन्होंने लिखा, 'जोहार साथियो, आज पूरे देश और झारखण्ड के लिए अविस्मरणीय पल है. इतिहास में पहली बार श्रमिक भाई-बहन अपने हक, अधिकार, गौरव और सम्मान के साथ देश निर्माण पर जाएंगे. आज इससे अच्छा मौका और क्या हो सकता है जब यह सीमा पर देश सेवा से जुड़ा हुआ हो. सभी को अनेक-अनेक शुभकामनाएं. आज पूरे देश और झारखण्ड के लिए अविस्मरणीय पल है। इतिहास में पहली बार श्रमिक भाई-बहन अपने हक, अधिकार, गौरव और सम्मान के साथ देश निर्माण पर जायेंगे।