सीएम पद पर आदित्य के दावे को खुद उद्धव ठाकरे ने किया ‘कमजोर’
मुंबई
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना का गठबंधन कांग्रेस-एनसीपी के गठजोड़ को चुनौती दे रहा है. हालांकि, बीजेपी-शिवसेना बराबर सीटों पर चुनाव नहीं लड़ रही हैं, लेकिन शिवसेना को उम्मीद है कि 24 अक्टूबर को उनके गठबंधन की सरकार आएगी और तय एजेंडे के तहत सरकार में उसे बराबर की भागीदारी मिलेगी. सरकार में हिस्सेदारी पर शिवसेना की तरफ से सीएम पद की मांग भी उठती रही है. इस बीच शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे का आदित्य ठाकरे के सीएम या डिप्टी सीएम बनने पर बयान सामने आया है.
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सामना को दिए इंटरव्यू में बीजेपी के साथ गठबंधन से लेकर अपने बेटे आदित्य ठाकरे की सीएम और डिप्टी सीएम पद की दावेदारी को लेकर भी जवाब दिए हैं. ठाकरे परिवार से पहली बार चुनाव लड़ने का इतिहास बनाने जा रहे आदित्य पर उद्धव ठाकरे ने कहा कि उनके चुनाव में उतरने का मतलब यह नहीं है कि वो तुरंत सीएम या डिप्टी सीएम बन जाएंगे.
शिवसेना करती रही है सीएम पद की दावेदारी
ठाकरे के इस बयान से पहले पार्टी के सीनियर नेता संजय राउत की तरफ से ऐसे बयान आते रहे हैं जिसमें वो सीधे तौर पर शिवसेना के लिए सीएम पद की मांग करते रहे हैं और आदित्य की नेतृत्व क्षमता को सामने रखते रहे हैं. हाल ही में संजय राउत ने कहा था कि अगर आदित्य ठाकरे युवाओं का नेतृत्व कर सकते हैं तो वह सरकार को भी लीड कर सकते हैं. इतना ही नहीं, संजय राउत इस बात को लेकर भी अडिग नजर आए हैं कि ठाकरे परिवार का सदस्य सरकार में शामिल होता है तो उसके लिए डिप्टी सीएम नहीं, बल्कि सीएम का पद होगा.
संजय राउत भले ही गठबंधन सरकार में सीएम पद का सवाल उठाते रहे हों, लेकिन उद्धव ठाकरे ने कहा है कि आदित्य विधानसभा का तजुर्बा लेना चाहते हैं, उन्हें इसमें काफी रूचि है. आदित्य के लिए शिवसेना से उठने वाली आवाज के विपरीत ठाकरे ने साफ कहा है कि चुनाव लड़ने का मतलब यह नहीं है कि वो तुरंत सीएम या डिप्टी सीएम बन जाएंगे. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि जब तक वो शिवसेना का सीएम बनाने वाले अपने पिता (बालासाहेब ठाकरे) को दिए गए वचन को पूरा नहीं कर देते तब तक शांत नहीं बैठेंगे.
बहरहाल, उद्धव ठाकरे ने अपने ताजा बयान से बेटे की दावेदारी पर चल रही चर्चा को जरूर नया मोड़ दे दिया है.