सिलेक्टर्स ने किया हैरान- दिनेश कार्तिक बाहर, केएल राहुल लौटे

नई दिल्ली 
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 और वनडे सीरीज के लिए भारतीय क्रिकेट टीम के चयनकर्ताओं ने शुक्रवार को टीम ऐलान कर दिया। चयनकर्ताओं ने 2 टी20 सीरीज और 5 वनडे मैचों की सीरीज के लिए अलग-अलग टीम चुनी। वनडे टीम की बात करें, तो इस सीरीज के लिए सिलेकटर्स ने पहले 2 और शेष 3 वनडे मैचों के लिए 2 अलग-अलग टीमों का चयन किया है। हैरानी की बात है कि वनडे टीम में विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक को मौका नहीं मिला है, जबकि ऑस्ट्रलिया में खेली गई टेस्ट सीरीज में खराब फॉर्म से जूझ रहे केएल राहुल की T20I और वनडे दोनों ही फॉर्मेट में वापसी हुई है। चयनकर्ताओं के इस हैरानी भरे फैसले से पहले दिनेश कार्तिक को मैच फिनिशर्स के रूम में अहम खिलाड़ी समझा जा रहा था। कार्तिक ने कई अहम मौकों पर अपनी उपयोगी पारियां खेलकर टीम इंडिया की जीत में अहम भूमिकाएं भी निभाई थीं। निदाहास ट्रोफी के फाइनल मैच में अंतिम बॉल पर छक्का जड़कर टीम इंडिया को जीत दिलाने वाले कार्तिक टीम इंडिया में मौका मिलने पर खुद को साबित करने के लिए पूरा दमखम झोकते रहे। वह सीमित ओवरों की क्रिकेट में IPL में भी और इंटरनैशनल मैचों में भी निचले क्रम पर आकर अपनी अहमियत साबित करते रहे। क्रिकेट एक्सपर्ट और कॉमेंटेटर हर्षा भोगले ने दिनेश कार्तिक का समर्थन करते हुए लिखा, 'उम्मीद करता हूं कि दिनेश कार्तिक पर यह कोई अंतिम निर्णय नहीं होगा क्योंकि अगर ऐसा है, तो यह उनपर बहुत कड़ा फैसला है।' हाल ही में जब ऑस्ट्रेलिया में टीम इंडिया वनडे सीरीज खेल रही थी, तो एडिलेड वनडे के दौरान वह दिनेश कार्तिक ही थे, जिन्होंने मुश्किल में फंसी टीम इंडिया को अपनी छोटी मगर अहम मैच फिनिशिंग इनिंग मैच जिताया था। कार्तिक जब क्रीज पर आए, तो भारत को 38 बॉल में 57 रन की दरकार थी। उन्होंने धोनी (55*) के साथ मिलकर अहम मौके पर 14 बॉल 25 रन बनाकर टीम इंडिया की झोली में जीत डाली थी। बाद में भारत ने 2-1 से यह सीरीज अपने नाम की थी। 

न्यू जीलैंड के खिलाफ हाल ही में खेले गए आखिरी टी20 मैच में कार्तिक आखिरी ओवर में सिंगल न लेने के चलते विवादों में जरूर घिरे। लेकिन यह भी सच है कि उस मुश्किल मैच को भी दिनेश कार्तिक ही हार्दिक पंड्या के साथ मिलकर जीत के करीब लाए थे। आखिरी ओवर में जब टीम इंडिया को जीत के 16 रन चाहिए थे, तो उन्होंने टिम साउदी की एक गेंद पर सिंगल नकार दिया और खुद चार्ज लेने का जोखिम उठाया। भारत ने मैच 4 रन से जरूर गंवा दिया लेकिन डीके ने खुद को साबित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। उन्होंने 16 गेंद में नाबाद 33 रन बनाए थे। लेकिन सिलेक्टर्स ने शायद इस बात को भुला दिया कि इस मैच को इतना करीब लाने में कार्तिक का योगदान क्या था।जब कार्तिक और हार्दिक क्रीज पर थे, तब भारतीय टीम को 31 बॉल में 68 रन की दरकार थी। 213 रन के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए ऐसी चुनौतियां सामने आना स्वभाविक है। हैरानी की बात है कि चयनकर्ताओं ने डीके के स्थान पर केएल राहुल को मौका दिया है। राहुल ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज में बुरी तरह फ्लॉप रहे थे। उन्होंने हाल में इंग्लैंड की A टीम के खिलाफ अनाधिकारिक टेस्ट में 89 (वायनाड केरल) और 81 (मैसूर) में खेलकर सीमित ओवरों के दोनों ही फॉर्मेट में अपनी जगह बना ली। हालांकि जानकार दिनेश कार्तिक पर केएल राहुल को तरजीह दिए जाने से हैरान हैं। 

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