वर्ल्ड कप में शूटरों को गोली से भी तेज लग रहे हैं यौनाचार के दिशानिर्देश

तुगलकाबाद 
तुगलकाबाद के कर्णी सिंह शूटिंग रेंज तक पहुंचने के लिए काफी मश्कत करनी पड़ती है लेकिन यहां पहुंचना पैसा वसूल करवा देता है. शनिवार से यहां इंटरनेशनल शूटिंग स्पोर्टस (आईसीसीएफ) का पिस्टल और राइफल का वर्ल्ड कप शुरु हुआ है.६०  देशों के करीब 500 शूटर इस समय दिल्ली में मौजूद हैं और भारत के 35 शूटर भी इसमें हिस्सा ले रहे हैं.

यकीनन एशियाई खेलों के दौरान बना यह शूटिंग रेंज काफी खूबसूरत है और विदेशी शूटरों को भी पसंद है. लेकिन इस बार उनके लिए स्टेडियम के एक्रीडेशन रूम के बाहर लगा एक बोर्ड बिलकुल नया अनुभव है.

इस लेखक को रेंज जाने का मौका मिला तो देखा कि हंगरी का एक शूटर उस बोर्ड पर आंखें गड़ाए एक-एक दिशानिर्देश पढ़ रहा था. एक पुरुष अमेरिकन शूटर एक्रिडेशन कमरे से अपना कार्ड लेकर बाहर आया तो वह भी उस बोर्ड पर निगाह डाले बिना नहीं रह सका.

रिएली ! इट्स स्कैरी!, (यह काफी डरावना है), मंद आवाज में बुदबुदाने के साथ ही वह आगे बढ़ गया. असल में इस विशाल बोर्ड में भारत सरकार के दिशा निर्देशों के आधार पर साफ किया गया है कि रेंज में, सार्वजनिक व काम करने के स्थान के अलावा होस्टल में क्या- क्या करना यौन शोषण के दायरे में आता है.

मसलन, बोर्ड पर लिखे निर्देशों के अनुसार किसी महिला के पास खड़े होना भी यौनाचार है. गंदे चुटकले सुनाना भी इस अपराध में शामिल है. किसी को निजी उपहार देना भी यौनाचार है. दिशा निर्देशों के अनुसार किसी महिला के कंधे और गले की मालिश करना भी यौनाचार में है.

जाहिर है कि विदेशियों को ऐसे दिशा निर्देश थोड़े अजीब लग सकते हैं लेकिन भारतीय खेलों में यौनाचार के मामलों का इतिहास देखने के बाद इस तरह के कदम बेहद जरूरी हैं. भारत को खेलों में होने वाले यौनाचार के मामलों के कारण काफी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा है.

पिछले साल में एक बॉक्सिंग कोच को यौनाचार के आरोपों के बाद भारतीय खेल प्राधिकरण को उन्हें हटाना पड़ा था.

2014 के एशियाई खेलों के दौरान एक भारतीय जिम्नास्ट ने अपने कोच के खिलाफ यौनाचार का आरोप लगाया था. 2010 में महिला हॉकी टीम की एक सदस्य ने भी कोच पर ऐसा ही इल्जाम लगाया था. 2009 में आंध्रप्रदेश की दो महिला क्रिकेटरों ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी कि क्रिकेट एसोसिएशन का एक अधिकारी टीम में शामिल करने के लिए उसके साथ यौन संबंध बनाने की मांग कर रहा है.

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