सियासी हलचलों के बीच बंद कमरे में अपने गुरु से इसलिए मिले सीएम कमलनाथ

नरसिंहपुर
प्रदेश कांग्रेस (MPCC) में चल रही उथल पुथल और प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं से चल रही तल्खियों के बीच अचानक मुख्यमंत्री कमलनाथ (CM Kamalnath) नरसिंहपुर (Narsinghpur) पहुंचे. वहां अपने सार्वजनिक कार्यक्रमों को निपटाने के बाद उन्होंने अपने गुरु शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती (Shankracharya swaroopanand saraswati) से बंद कमरे में करीब 10-15 मिनट मुलाकात की. हालांकि उनके व्यस्त शेड्यूल के बावजूद 15 मिनट की इस चर्चा से प्रदेश का सियासी तापमान बढ़ गया है.  ठीक एक दिन पहले सिंधिया (Jyotiraditya Scindhiya) के हमले पर सज्जन सिंह वर्मा के पलटवार के बाद उन्होंने खुद भी ट्वीट के माध्यम से करारा जवाब दिया था.

सूबे के मुखिया कमलनाथ आज मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर जिले पहुंचे जहां उन्होंने कई विकास कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण किया. नरसिंहपुर मुख्यालय पर जनपद मैदान में आयोजित एक सभा को भी उन्होंने संबोधित किया. जिसके बाद वे अपने आध्यात्मिक गुरु शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त करने नरसिंहपुर जिले के झोंतेश्वर आश्रम पहुंचे. गौरतलब है कि झोंतेश्वर आश्रम शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती की तपोस्थली है. यहां पहुंचकर मुख्यमंत्री ने शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती से बंद कमरे में करीब 10-15 मिनट बात की. हालांकि बंद कमरे में हुई इस मुलाकात के सियासी मायने निकाले जा रहे हैं. इसके बाद मुख्यमंत्री त्रिपुर सुंदरी राज राजेश्वरी मंदिर पहुंचे, वहां उन्होंने माता रानी के दर्शन किए.

इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति, मध्य प्रदेश के वित्त मंत्री तरुण भनोट, स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी भी मौजूद रहे. शंकराचार्य से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री ने झोंतेश्वर आश्रम में बन रही सीसी रोड का भूमिपूजन भी किया. इसके बाद मुख्यमंत्री अपने हेलीकॉप्टर से राजधानी भोपाल के लिए रवाना हुए इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि, 'मैं अपने गुरु के पास यूं ही आता रहता हूं.'

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