सावन के आख़िरी सोमवार पर कीजिए बाबा महाकाल के दर्शन और भस्मारती का घर बैठे लें लाभ

उज्जैन
आज सावन का चौथा ओर अंतिम सोमवार है. बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए भक्तों का तांता लगा हुआ है. देश-विदेश से यहां श्रद्धालु बाबा के दर्शन के लिए आए हैं. रात के तीसरे पहर में होने वाली भस्मारती के लिए रात 1 बजे से भक्तों की लाइन लगना शुरू हो गयी थी.

महाकाल मंदिर में बाबा का दरबार भक्तों से भरा हुआ है.मंदिर में भक्तों की भीड़ है औऱ क्षिप्रा भी लबालब है.श्रद्धालु मोक्षदायिनी क्षिप्रा में स्नान कर बाबा महाकाल के दर्शन कर रहे हैं. सावन औऱ वो भी सोमवार के दिन महाकाल के दर्शन का लोगों को ख़ासा इंतज़ार रहता है. विशेषकर लोग यहां होने वाली भस्मारती में शामिल होने आते हैं. भस्मारती रात के तीसरे पहर ढाई बजे शुरू होती है.

भस्मारती से पहले मंदिर का नंदी हाल , गणेश मंडपम और कार्तिकेय मंडपम पूरी तरह भक्तों से भरा हुआ था. मध्य प्रदेश शासन के मंत्री जयवर्धन सिंह भी बाबा की भस्म आरती के दर्शन के लिए उज्जैन पहुंचे थे. आरती के बाद महाकाल बाबा का पंचामृत अभिषेक पूजन किया गया.महाकाल का भांग से श्रृंगार किया गया. कंकू और फूलों से बाबा का श्रृंगार करने के बाद आरती शुरू हुई. ढोल नगाड़ों और मंदिर की घंटियके बीच झांझ मंजीरों के साथ बाबा महाकाल की आरती हुई. श्रद्धालुओं की आस्था है कि  सावन में महाकाल मंदिर में  पूजन अभिषेक करने से उनकी मुराद पूरी होती है.

महाकाल को उज्जैन का राजा माना जाता है. सावन के सोमवार को बाबा अपनी प्रजा का हाल जानने नगर भ्रमण पर निकलते हैं. शाम 4 बजे महाकाल की सवारी नगर भ्रमण पर निकलेगी. इसमे चन्द्र मोलेश्वर के रूप में भगवन शिव श्रद्धालुओं को दर्शन देंगे.

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