दुल्हन सा सजा छिंदवाड़ा, पहुंचे सीएम कमलनाथ, दूर दराज के गांव से पहुंचे आदिवासी

छिंदवाड़ा
बीते 40 वर्षों से राष्ट्रीय राजनीति के क्षितिज पर छाए छिंदवाड़ा के सांसद कमलनाथ अपने शहर में पहली बार राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में पहुंचे। दुल्हन से सजे छिंदवाड़ा में ऐसा कोई मोहल्ला या सड़क नहीं बची जो उत्साह और उत्सवी माहौल में न डूबी हो। सियासत के साथ लोगों के दिलों पर राज करने वाले कमलनाथ के स्वागत में प्रशासनिक तैयारी से अलहदा स्थानीय लोगों की उमंग देखने लायक रही।

मुख्यमंत्री कमलनाथ का हवाई पट्टी पर स्वागत करने के लिए खड़े विधायक दीपक सक्सेना, छिंदवाड़ा जिला कांग्रेस के अध्यक्ष गंगा प्रसाद तिवारी, आईजी जबलपुर रेंज अनंत कुमार सिंह, डीआईजी छिंदवाड़ा डॉ. जीके पाठक और छिंदवाड़ा कलेक्टर श्रीनिवास शर्मा ।

तीन दिन छिंदवाड़ा में रहकर अपने लोगों से मिलने के अलावा सीएम कमलनाथ के करीब 10 किलोमीटर के रोड शो और सभा को लेकर जबरदस्त उत्साह रहा। वे नव वर्ष में 1 जनवरी को सिमरिया स्थित हनुमान मंदिर में पूजा अर्चना के बाद उज्जैन रवाना होंगे, जहां महाकाल की पूजा होगी।

मुख्यमंत्री कमलनाथ के छिंदवाड़ा प्रवास में हर विधानसभा क्षेत्र की भागीदारी रही। विधायकों सहित कांग्रेस के स्थानीय पदाधिकारियों ने उनके स्वागत की व्यापक तैयारी की। कमलनाथ की खास पसंद आदिवासियों की नृत्य टोलियां विभिन्न ग्रामीण अंचलों से सुबह ही पहुंच गई थी। आदिवासी महिला-पुरुषों के बीच जाकर उनके पारंपरिक नृत्य में शामिल होना कमलनाथ की चाहत रहती है। यही वजह है कि सीएम के तीन दिनी कार्यक्रम में भाग लेने करीब डेढ़ सौ नृत्य टोलियां छिंदवाड़ा पहुंची। वहीं हर विधानसभा क्षेत्र से हजारों ग्रामीण कार्यक्रम स्थल पहुंचे जिनके लिए 5 सौ से अधिक बसों का इंतजाम किया गया।

धार्मिक, सांस्कृतिक व राजनीतिक कार्यक्रम की त्रिवेणी से ऐतिहासिक बने मुख्यमंत्री कमलनाथ के छिंदवाड़ा प्रवास में वनांचलों से आए आदिवासी भी खास आकर्षण रहे। उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में पहली बार देखने को आतुर नृत्य टोलियों में शामिल महिला-पुरुष से बोले कि कमलनाथ उनके हीरो हैं।

आदिवासी अंचल के ग्रामीण कंचन शैला नृत्य, गेडी नृत्य और ढोलक मंजीरा के साथ अपने नेता के स्वागत को अत्तुर है । पारंपरिक शैला नृत्य मंडली के अशोक भलावी ने कहा कि वे कई बार छिंदवाड़ा आ चुके हैं, लेकिन इस बार हम मुख्यमंत्री के रूप में आए कमलनाथ जी का स्वागत करने का गौरव अलग बात है।

सभी टोलियां अपनी मर्जी से आदिवासी नृत्य कर उनका स्वागत करेंगी। अशोक भलावी ने कहा कि कमलनाथ जी की खासियत ये है कि  वे जैसे ही हम लोगों को देखते हैं हमारे बीच आ जाते हैं। आज मुख्यमंत्री हमारे साथ नृत्य करेंगे तो आदिवासी समाज का उत्साहवर्धन होगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *