सागौन की तस्करी रोकने गए वन कर्मचारियों पर हमला, 2 वन रक्षक घायल

हरदा
हरदा (harda) जिले में वन माफिया (Forest mafia) ने वनकर्मियों (Forest workers) पर हमला कर दिया. इस हमले में दो वन रक्षक घायल (Forest guard injured) हो गए. दोनों को गहरी चोट हैं इसलिए भोपाल रैफर किया गया है. उनमें से एक की हालत गंभीर बनी हुई है. ये वन रक्षक, लकड़ी तस्करों को पकड़ने गए थे.

हरदा के रहटगांव वन परिक्षेत्र में सागौन की बेशकीमति लकड़ी की तस्करी की जा रही है. माफिया लगातार सक्रिय है. तस्करों को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम यहां गयी थी. माफिया के लोगों ने टीम पर हमला कर दिया.इसमें बड़वानी सर्किल में पदस्थ माखनलाल कचनारे और डोमरा बीट के वनरक्षक गौरीशंकर कुशवाह घायल हो गए. दोनों घायलों को इलाज के लिए भोपाल भेजा गया है. माखनलाल कचनारे की स्थिति गम्भीर बनी हुई है.

देर रात लगभग 2 बजे वन विभाग को सूचना मिली थी कि एक पिकअप वाहन में चोरी की लकड़ी लेकर कुछ लोग जंगल के रास्ते बाहर जा रहे हैं. सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम ने जंगल में सर्चिंग शुरू की. जंगल में बसे आमसागर और धनपाड़ा के बीच कच्चे रास्ते से पिकअप वाहन जाता हुआ दिखाई दिया. सर्चिंग टीम में शामिल वनरक्षक माखनलाल कचनारे और गौरीशंकर कुशवाहा ने बाइक से उसका पीछा शुरू किया. तस्करों की गाड़ी रोक कर जब उन्होंने पूछताछ शुरू की तो गाड़ी में बैठे प्रदीप राठौर, कालू मीणा और सगीर खान ने उन पर हमला कर दिया.

आरोपी फरार होने की फिराक में थे. लेकिन तब तक वन विभाग की बड़ी टीम वहां पहुंच गयी और उसने एक आरोपी प्रदीप राठौर को धरदबोचा.कालू मीणा और शाकिर पठान भाग गए.
 
आरोपी सागौन की जो लकड़ी ले जा रहे थे, वो जंगल से चोरी की गई थी. रहटगांव वन परिक्षेत्र की डोमरा बीट में सरकारी कूप कटाई की लकड़ी कटकर जंगल में रखी हुई थी, आरोपी उसे ही उठाकर भागे थे.

वनरक्षक माखनलाल कचनारे की शिकायत पर तीन आरोपियों के खिलाफ धारा 323, 294, 506, 353 और 34 में प्रकरण दर्ज किया गया है. एक आरोपी प्रदीप राठौर को गिरफ्तार कर उसके पास से एक वाहन और 21 नग सागौन लकड़ी के लट्ठे जब्त किए गए हैं.

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