सवा सौ करोड़ का नगर पालिका सीहोर में बम्पर महाघोटाला

सीहोर
नगर पालिका सीहोर के भाजपा कांग्रेस पार्टी के पार्षदों ने रविवार को चाणक्यपुरी स्थित कृष्णा गार्डन में नगर पालिका अध्यक्ष पर पत्रकार वार्ता के दौरान सनसनी खेज आरोप लगाए है। पार्षदों ने नगर पालिका में बीते साढ़े तीन सालों में सवा सौ करोड़ रूपए के भारी भरकम भ्रष्टाचार के दस्तावेज पत्रकारों को सौपे है। पार्षदों ने नगर पालिका अध्यक्ष के द्वारा वार्डो में करोड़ों रूपए के विकास कार्य कराण् जाने को भी झूठ बताया है। जबकी साढ़े तीन साल बाद पत्रकारों के समक्ष नपाध्यक्ष पर सवा सौ करोड़ का घोटाला करने का आरोप लगाकर स्वयं पार्षद भी शंका के घेरे में है। आखिर यह पार्षद अबतक चुप क्यों थे या तो नपाध्यक्ष पर लगाए जा रहे आरोप निराधार है या फिर इस महा घोटाले मेंं स्वयं पार्षद भी बराबर के हिस्सेदार है।

नगर पालिका अध्यक्ष और पार्षदों का विवाद शहर में थमने का नाम नहीं ले रहा है। जिस का खामियाजा शहर के नागरिकों को भुगतना पड़ रहा है। पार्षदों और नपाध्यक्ष की तरफ से एक दुसरे पर आरोप प्रत्यारोप किए जा रहे है। पार्षद लगातार  भ्रष्टाचार होने का आरोप लगा रहे है। पार्षदों ने विगत दिनों अविश्वास प्रस्ताव  कर अध्यक्ष को अयोग्य घोषित कर दिया है पार्षद लोकायुक्त नगरीय प्रशासन एवं कलेक्टर को इस प्रकार के भ्रष्टाचार की शिकायत भी प्रस्तुत कर चुके है। पत्रकार वार्ता को संबांधित करते नगर पालिका उपाध्यक्ष राखी ताम्रकार और नेता प्रतिपक्ष रामपकाश चौधरी, वीरेंद्र सलुजा, आजम नेता, पार्षद प्रतिनिधि मुकेश मेवाड़ा सहित अन्य पार्षदों ने कहा की सड़क निर्माण कार्य 12 करोड़ रुपये स्वीकृत किये गये थे यह राशि नगरीय प्रशासन के माध्यम से नगर पालिका को प्राप्त हुई थी।  लेकिन किसी भी क्षेत्र में सड़क निर्माण कार्य नहीं कराया गया। इसके बाद 6 करोड़ रुपये अंकिता कांन्स्टेऊक्शन कम्पनी द्वारा भी सड़क निर्माण के लिये दिय गये थे लेकिन इनका भी उपयोग सड़क निर्माण में न करते हुए भ्रष्टाचार कर डकार ली गई। प्रशासन द्वारा जांच किये जाने पर सच्चाई सामने आ चुकी हैं। अध्यक्ष निवास के पास ही विजयासन कालोनी में अध्यक्ष ने अपनी मनमानी करते हुए नगर पालिका की राशि से सड़क निर्माण कार्य कराया है।

वार्ड क्रमांक-3 में स्थित इस कालोनी में 25 लाख से अधिक राशि का सड़क निर्माण कार्य करा लिया है इसकी शिकायत भी की गई है। पार्षदों ने यह भी बताया कि भ्रष्टाचार में माहिर नपा अध्यक्ष और उनके पति के कारनामे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं, विगत कुछ माह पहले ही  अपने दामाद को लाभ पहुंचाने के उददेश्य से 25 लाख रुपये की राशि का एक पार्क निर्माण करने का ठेका दिया गया है, इसको लेकर पार्षदों ने अरोप लगाया है कि नपा अध्यक्ष भाई भतीजावाद चला रही हैं। इसलिये इस क्षेत्र में फिजूलखर्ची को अंजाम देकर नागरिकों की कड़ी मेहनत की राशि का दुरुपयोग किया गया है। नपा अध्यक्ष जब किसी मुददे को लेकर परिषद की मीटिंग बुलाती हैं तो पार्षदों को बुलाकर मुददे तय कर लेती हैं लेकिन बाद में उन मुददों से हटकर अन्य प्रस्ताव भी धोखाधड़ी कर प्रोसेंिटंग में जोड़ देती हैं, ऐसे कई मामले मालूम हुए तो इस बात की हमने शिकायत की है।

पार्षदोंं ने कहा की भ्रष्टाचार के दलदल में डूबी नगर पालिका में जब कोई प्रस्ताव दो लाख रुपये की राश् िका पास होता है तो उसकी मद को बिना पार्षदों की अनुमति के दस लाख तक बढ़ाकर भुगतान कर दिया जाता है,कुल मिलाकर अबतक नगर पालिका में सवा सौ करोड़ रूपए से अधिक का घोटाला हो चुका है। पार्षदों ने पत्रकार वार्ता के दौरान कहा की सिख समाज हमारे लिए भी सम्मानीय है हमारी किसी तरह से सिख समाज को अपमानित करने की मंशा नहीं थी प्रदर्शन के दौरान कोई अपमान जनक घटना हुई है तो हम सब शहर के नागरिकों और सिख समाज से माफी मांगते है।

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