समधी-समधन की लड़ाई में बुरे फंसे ड्राइवरों ने लगाया बदसलूकी का आरोप, राबड़ी ने वैन भिजवाई थाने
पटना
बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी (Rabri Devi) पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और चंद्रिका राय (Chandrika Rai) की लड़ाई में पिकअप ड्राइवर बलि का बकरा बना है. चंद्रिका राय के घर 48 घंटे बाद भी पिकअप से सामान तो नहीं उतारा गया. वहीं, ड्राइवरों ने हाथापाई और गालीगलौज का आरोप लगाया है. चालक संजय यादव और रवि यादव ने आरोप लगाया है कि चंद्रिका राय के कार्यकर्ताओं ने उनके साथ ना सिर्फ हाथापाई की बल्कि धक्का देकर वहां से हटा दिया.
बता दें कि दो दिन पहले ये मामला उस समय सुर्खियों में आया जब राबड़ी देवी ने अपनी बहू और तेजप्रताप यादव की पत्नी ऐश्वर्या राय (Aishwarya Rai) का सारा सामान समधी चंद्रिका राय के आवास पर भिजवा दिया था, लेकिन चंद्रिका राय ने सामान लेने से इनकार कर दिया था.
वहीं, पिकअप ड्राइवर के साथ दुर्व्यहार के बाद अब सामान लदी गाड़ी को शास्त्रीनगर थाना लाया गया है.
तेजप्रताप यादव के समर्थक भी शास्त्रीनगर थाना पहुंचे. आरजेडी नेत्री आभा लता भी मौजूद हैं. राबड़ी देवी के कहने पर ही गाड़ी को थाना लाया गया है.
आभा लता ने बताया कि ऐश्वर्या राय की मां पूर्णिमा राय के पत्र के आधार पर सामान भेजा गया था. सामान नहीं लिया गया तो महिला हेल्पलाइन को पहल करनी थी. बिना देखे ये कहना कि सामान में बम है तो ये गलत है. सामान गायब नहीं हो इसको लेकर शास्त्रीनगर थाने में गाड़ियों को लाया गया है.
गाड़ी मालिक ने कोर्ट जाने की कही बातगाड़ी के ड्राइवर के साथ गाड़ी मालिक की भी परेशानी बढ़ी हुई है. गाड़ी मालिक ने बताया कि पिछले दो दिन से गाड़ी खड़ी है. हर दिन 2 हजार रुपये का नुकसान हो रहा है. गाड़ी मालिक ने कहा कि अगर सामान नहीं उतारा गया तो कोर्ट में जाकर अर्जी लगाएंगे. जितने दिन भी कमाई का नुकसान हुआ है उसकी भी मांग करेंगे.
सामान भजने के मामले में लालू परिवार की ओर से सफाई दी गई थी. ऐश्वर्या की मां पूर्णिमा राय की मांग पर ही ऐश्वर्या का सामान भिजवाया गया. इसको लेकर तेजप्रताप यादव ने न्यूज18 को एक पत्र सौंपा था. इस पत्र में पूर्णिमा राय ने महिला हेल्पलाइन के जरिए ऐश्वर्या का सामान राबड़ी देवी से मांगा था.