समझ में नहीं आ रहा मंत्री किसकी मानें, मुख्यमंत्री की मानें या किसी और की: पूर्व CM शिवराज

भोपाल
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में मुख्यमंत्री के पद और गोपनीयता की शपथ कमलनाथ जी ने ली है और सरकार कोई और चलाने की कोशिश कर रहा है। ऐसी स्थिति एमपी में कभी नहीं बनी। मंत्रियों से हिसाब मांगे जा रहे हैं। आखिर मुख्यमंत्री का काम क्या है? पावर की बंदरबांट, झगड़े, पावर सेंटर बन रहे हैं। समझ में नहीं आ रहा कि मंत्री किसकी मानें, मुख्यमंत्री की मानें या किसी और की सुनें। इसके साथ ही भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह, पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा समेत अन्य नेताओं ने कांग्रेस के शासन में प्रदेश की स्थिति बदहाल होने की बात कही। कमलनाथ सरकार पर माइनिंग माफिया को संरक्षण देने और कुंभकर्णी नींद सोने के आरोप लगाए गए।

बीजेपी दफ्तर पहुंचे पूर्व सीएम चौहान ने कहा कि कांग्रेस के वचन पत्र पूरे नहीं हो रहे। कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से हस्तक्षेप की मांग करता हूं कि वे बताएं कि मुख्यमंत्री कौन है? कांग्रेस का क्या होगा? इसकी चिंता नहीं हमें है, इसकी चिंता सोनिया गांधी करें क्योंकि कांग्रेस में तो यह स्थिति है कि दिल के टुकड़Þे हजार हुए कोई उधर गिरा कोई उधर गिरा, यह कांग्रेस की आदत है। इसमें नुकसान मध्यप्रदेश का हो रहा है। इसकी चिंता हमें है।

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा कि कांग्रेस की सरकार कुंभकर्णी नींद सो रही है। इन्हें नींद से जगाने के लिए भाजपा बहुत जल्द घंटानाथ आंदोलन करने जा रही है। शंखनाद कर, घंटा और मंजीरे बजाकर सरकार को नींद से जगाएंगे। इसके लिए जल्द ही तारीख का ऐलान किया जाएगा। इनकी सरकार में कई मुख्यमंत्री हैं। यह हम पहले ही कहते रहे और अब इनके मंत्री ही कहने लगे।

पूर्व मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि प्रदेश में माइनिंग माफिया हावी है। माइनिंग माफिया को मुख्यमंत्री और सरकार का संरक्षण मिला हुआ है। इसलिए ये कोई भी नीति ले आएं, ये सब नाम की हैं। रेत उत्खनन को लेकर मंत्रियों और विधायकों में आरोप प्रत्यारोप की बयानबाजी जारी है। कभी विधायक आरोप लगाते हैं तो कभी मंत्री आरोप लगा देते हैं। पूरे प्रदेश में माइनिंग में लूट मची है।  डॉ. मिश्रा ने कहा कि यह सरकार भगवान भरोसे चल रही है। मुख्यमंत्री कह रहे कि मैं सरकार चला रहा हूं तो मंत्री कह रहे कि परदे के पीछे से कोई और सरकार चला रहा है। सुपर सीएम पत्र लिखकर जवाब मांग रहे हैं। सरकार के साथ बड़ी ही विचित्र स्थिति बनी है। इस सरकार में संवाद की कमी है। पत्र लिखकर संवाद किए जा रहे हैं। पिता पुत्र से बात करने की बजाय पत्र लिखकर संवाद कर रहा है। यह ऐसी दुर्बल सरकार है जो जनहित और जनसमस्याओं की ओर ध्यान नहीं दे रही है।

भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा ने कहा कि कमलनाथ को पीछे हटाने के लिए कांग्रेस में साजिश शुरू हो गई है। यह दिग्विजय सिंह पर नहीं बल्कि सीधे कमलनाथ पर किया जा रहा हमला है। पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया पर हमला करते हुए झा ने कहा कि वे चाहते हैं कि अध्यक्ष बनाएं या सीएम बनाएं। सिंधिया कब्जे के लिए छटपटा रहे हैं। सिंधिया के भाजपा में आने की अटकलों पर झा ने कहा कि यह सिर्फ दबाव के लिए बनाई गई कहानी है। उनके ग्वालियर में किए गए शक्तिप्रदर्शन पर झा ने कहा कि गुना व शिवपुरी में प्रदर्शन शक्तिहीन रहा है।

पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि कांग्रेस के नेता प्रदेश को लूटने में लगे हैं। इस समय प्रदेश में ऐसी सरकार है जो प्रदेश को खोखला करने का काम कर रही है। विकसित हो रहे मध्यप्रदेश में कांग्रेस के राज में विकास की गति शून्य हो गई है। इन्हें प्रदेश की चिंता नहीं है।

पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने कहा कि राज्य सरकार को किसानों के लिए काम करने की जरूरत है। व्यापारियों और किसानों की भलाई के लिए काम करने के विकल्प की तलाश सरकार को करनी चाहिए। केंद्र सरकार के टीडीएस काटने के निर्देश को ठीक बताते हुए उन्होंने कहा कि उनकी सरकार के समय में भी ये नियम थे।

केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने प्रदेश के विकास के लिए सभी सांसदों को साथ लेकर राशि मांगने के लिए केंद्र पर दबाव बनाने के कांग्रेस के बयान पर कहा कि कांग्रेस ने अभी तक केंद्र सरकार से कोई मांग नहीं की। मुख्यमंत्री कमलनाथ पीएम नरेंद्र मोदी से एक बार ही मिले हैं और वह भी सिर्फ बेटे को मिलवाने के लिए गए थे। विकास की बात होगी तो सब काम करेंगे। कुलस्ते ने आर्थिक मंदी को लेकर कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है। सब कुछ जल्द ठीक कर लेंगे।

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