सपा सांसद एसटी हसन बोले- जायरा वसीम को करनी पड़ रही थी जिस्म की नुमाइश तो फैसला सही

मुरादाबाद
दंगल मूवी से चर्चित हुईं एक्ट्रेस जायरा वसीम के अभिनय छोड़ने के फैसले पर छिड़ी बहस के बीच मुरादाबाद से समाजवादी पार्टी के सांसद एसटी हसन ने विवादित बयान दिया है. एसटी हसन ने जायरा के फैसले को सही करार देते हुए कहा कि यदि उन्हें जिस्म की नुमाइश करनी पड़ रही थी तो यह फैसला सही है. उन्होंने कहा कि जिस्म की नुमाइश करना अल्लाह से दूर होना है और यह गुनाह है. यदि उन्होंने इस गुनाह से बचने का फैसला लिया है तो यह सही है.

यूपी के मुरादाबाद से सांसद एसटी हसन ने कहा, “इस्लाम ही नहीं बल्कि अन्य धर्मों में भी महिलाओं के जिस्म की नुमाइश करना मना है. खासतौर पर उन पार्ट्स की नुमाइश करना, जिससे दूसरे लिंग के लोगों को सेक्स अपील हो, वह इस्लाम में हराम है. अगर जिस्म की नुमाइश हो रही है और इस तरह के लिबास पहनाए जा रहे हों, जिससे सेक्स अपील हो रही हो तो मैं समझता हूं कि उन्होंने सही किया.”

बता दें कि 30 जून को जायरा ने अपने ट्विटर पर लिखा था, 'पांच साल पहले मैंने जो फैसला लिया उसने मेरी जिंदगी पूरी तरह बदल दी. मैंने बॉलीवुड में कदम रखा तो इसने मेरे लिए बेशुमार शोहरत के दरवाज़े खोल दिए. मैं पब्लिक अटेंशन पाने लगी. अब जबकि मुझे फिल्म इंडस्ट्री में पांच साल हो चुके हैं. मैं यह बात कुबूल करना चाहती हूं कि मैं अपनी इस पहचान और काम से खुश नहीं हूं. लंबे समय से काम करते हुए ये अहसास हो रहा है कि मैं कुछ और बनने के लिए जूझती आ रही हूं.'

उन्होंने लिखा, 'इस फील्ड में मुझे बेहद प्यार, साथ और तारीफ मिली, लेकिन यह मुझे अज्ञानता की राह पर भी ले जा रही थी. यह मुझे मेरे ईमान से दूर कर रहा है. मेरे मजहब के साथ मेरे रिश्तों को खतरा पहुंचा रहा था. मुझे अहसास हो रहा है कि भले ही मैं यहां परफेक्टली फिट होती हूं, लेकिन मैं यहां की नहीं हूं. मैं आज ऑफिशियली ऐलान करती हूं कि मैं इस फील्ड से खुद को अलग कर रही हूं.'

ज़ायरा के इस बयान के बाद उन्हें बॉलीवुड से कई प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं. कोई उन्हें खुलकर सपोर्ट कर रहा है, तो किसी का कहना है कि ये उनका निजी फैसला है. वहीं कईयों ने इस फैसले पर आपत्ति भी जताई है. वहीं ज़ायरा अपने फैसले पर अडिग नजर आ रही हैं.

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