श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से 87 हजार से अधिक प्रवासी श्रमिक लाए गए छत्तीसगढ़
रायपुर
नोवेल कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण की रोकथाम के लिए लागू लॉकडाउन से उत्पन्न परिस्थितियों के कारण अन्य राज्यों से अब तक 3 लाख 13 हजार छत्तीसगढ़ के श्रमिक तथा अन्य लोग मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर सुरक्षित वापस लौट चुके हैं। इसी तरह अब तक 64 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के माध्यम से 87 हजार 171 श्रमिकों को सकुशल वापस गृह राज्य लाया गया। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार द्वारा अन्य प्रदेशों से श्रमिकों की सुरक्षित वापसी के लिए अब तक लगभग 3 करोड़ 95 लाख रूपए रेल मण्डलों को और बसों के लिए लगभग 15 लाख रूपए इस तरह कुल 3 करोड़ 97 लाख 88 हजार 490 रूपए की राशि खर्च की गई है।
श्रम मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने आज यहां बताया कि लॉकडाउन के कारण श्रमिक जो छत्तीसगढ़ राज्य की सीमाओं पर पहुंच रहे है एवं राज्य से होकर गुजर रहे सभी के लिए नाश्ता, भोजन, स्वास्थ्य परीक्षण एवं परिवहन की नि:शुल्क व्यवस्था से श्रमिकों को काफी राहत मिली है। छत्तीसगढ़ की सभी सीमाओं पर पहुंचने वाले प्रवासी श्रमिकों को, चाहे वो किसी भी राज्य के हो, उन्हें छत्तीसगढ़ का मेहमान मान कर शासन-प्रशासन के लोग उनकी हरसंभव मदद कर रहे हैं।
डॉ. डहरिया ने बताया कि श्रम विभाग के अधिकारियों का दल गठित कर विभिन्न औद्योगिक संस्थाओं, नियोजकों एवं प्रबंधकों से समन्वय कर श्रमिकों के लिए राशन एवं नगद आदि की व्यवस्था भी की जा रही है। प्रदेश के 39 करोड़ 17 लाख 54 हजार रूपए बकाया वेतन का भुगतान भी कराया गया है। वहीं लॉकडाउन के द्वितीय चरण में 21 अप्रैल से शासन द्वारा छूट प्रदत्त गतिविधियों एवं औद्योगिक क्षेत्रों में 1448 छोटे-बड़े कारखानों को पुन: प्रारंभ कर लगभग 1 लाख 7 हजार श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है।