छत्तीसगढ़ में बाबूजी के नाम से जाने जाते हैं मोतीलाल वोरा

रायपुर
ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से राहुल गांधी के इस्तीफा देने के बाद मोतीलाल वोरा को पार्टी का अंतरिम अध्यक्ष बनाने की चर्चा है. हालांकि खुद मोतीलाल वोरा ने इसका खंडन किया है. उन्होंने कहा कि मुझे तो कोई जानकारी नहीं है, वर्किंग कमेटी की बैठक में ही सारा निर्णय होता है, जो जनरल सेक्रेटरी है वो ही कह सकते हैं. कांग्रेस के कॉन्स्टीट्यूशन के हिसाब से भी कांग्रेस प्रेसिडेंट का निर्णय भी वर्किंग कमेटी की बैठक में ही होता है.

बहरहाल, व्यावसायी से पत्रकार और पत्रकार से नेता बने मोतीलाल वोरा एक समय छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में ट्रांसपोर्ट कंपनी चलाते थे. मोतीलाल वोरा अपने समय के नामी पत्रकार भी रहे. जानते हैं मोतीलाल वोरा से जुड़ी खास बातें.

9 मार्च, 1985 को अर्जुन सिंह ने अपने नेतृत्व में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद दोबारा मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. लेकिन कुछ दिन बाद ही मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार का मुखिया बदल गया और नये मुखिया के रूप में अब के छत्तीसगढ़ के दुर्ग का प्रतिनिधित्व करने वाले मोतीलाल वोरा ने शपथ ली. इसके बाद उन्होंने उत्तर प्रदेश के राज्यपाल सहित कांग्रेस के तमाम ओहदों की जिम्मेदारियां निभाईं.

मोतीलाल वोरा का जन्म राजस्थान के नागौर जिले में 20 दिसम्बर, 1928 में हुआ था. इसके बाद उनका परिवार तब के मध्यप्रदेश वर्तमान में छत्तीसगढ़ शिफ्ट हो गया. मोतीलाल वोरा ने रायपुर और कलकत्ता से शिक्षा प्राप्त की. उन्होंने कई वर्षो तक पत्रकारिता के क्षेत्र में कार्य करते हुए कई समाचार पत्रों का प्रतिनिधित्व किया. साल 1968 में राजनीतिक क्षितिज पर वे उभर कर आये. कांग्रेस ज्वाइन किया और 1972 में उन्हें मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में दुर्ग सीट से जीत मिली और मध्य प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के उपाध्यक्ष नियुक्त हुए. इसके बाद 1977 और 1980 में फिर से विधानसभा चुनाव में जीत मिली.

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