शाओमी की चाहत, पुराने सैमसंग फोन की जगह Redmi K20 Pro यूज करें इसरो चीफ

 
नई दिल्ली

शाओमी इंडिया के एमडी और ग्लोबल वीपी मनु कुमार जैन ने अनाउंस किया है कि शाओमी भारत के स्वदेशी नेविगेशन सिस्टम NavIC के साथ फोन लॉन्च करने वाला पहला ब्रैंड होगा। जैन ने ट्विटर पर इस अनाउंसमेंट के साथ एक फोटो भी शेयर किया है, जिसमें वह इसरो चेयरमैन डॉ. के शिवन को Redmi K20 Pro देते हुए नजर आ रहे हैं। बता दें, Redmi K20 Pro डिवाइस NavIC सपॉर्ट के साथ नहीं आता। इसके बाद ट्विटर यजर्स ने गौर किया कि शिवन की पॉकेट में सैमसंग का पुराना फ्लैगशिप दिख रहा है। संभव है कि शाओमी उनके फोन को Redmi K20 Pro से रिप्लेस करना चाहता हो।

डॉ. के शिवन की शर्ट की पॉकेट से एक फोन बाहर निकला दिख रहा है। इस फोटो को जूम करने पर साफ हो जाता है कि शिवन अभी सैमसंग का पुराना फ्लैगशिप Samsung Galaxy Note 8 स्मार्टफोन इस्तेमाल कर रहे हैं। ऐसे में शाओमी एमडी की ओर से शिवन के साथ फोटो पोस्ट करने के कई मायने निकाले जा रहे हैं। अगर सवाल यह है कि Redmi K20 Pro देने का नए शाओमी स्मार्टफोन्स में NavIC मिलने से क्या कनेक्शन है, तो जवाब उनकी पॉकेट में रखा फोन हो सकता है। शाओमी का इशारा है कि शिवन को अपना पुराना फोन बदलकर नए पॉप-अप कैमरा वाला Redmi K20 इस्तेमाल करना चाहिए।
 
इसरो ने किया डिवेलप
आपको बताते चलें, जनवरी में क्वालकॉम ने तीन नए चिपसेट स्नैपड्रैगन 720G, 662 और 460 लॉन्च किए हैं, जिनके साथ जीपीएस के मेड इन इंडिया विकल्प NavIC का सपॉर्ट दिया गया है। इस नेविगेशन सिस्टम को इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (इसको) की ओर से डिवेलप किया गया है। कई देशों के पास उनके अपने नेविगेशन सिस्टम हैं। रूस की ओर से खुद का GLONASS इस्तेमाल किया जाता है, वहीं यूरोपियन यूनियन और चीन क्रम से Galileo और BeiDou सैटलाइट सिस्टम्स (BDS) का इस्तेमाल नेविगेशन के लिए करते हैं।
 
इसलिए खास है NavIC
बता दें, NavIC नेविगेशन सिस्टम केवल भारत पर फोकस करता है और इसरो का कहना है कि GPS के मुकाबले यह ज्यादा सटीक जानकारी देगा। इसकी मदद से 5 मीटर तक की पोजीशन एक्युरेसी मिल सकेगी। अगर आपके मन में सवाल हो कि GPS के बावजूद NavIC की जरूरत क्यों तो बता दें, 1999 के कारगिल युद्ध के दौरान यूएस ने भारत को पाकिस्तानी सेना से जुड़ा GPS डेटा देने से इनकार कर दिया था, तब पहली बार भारत को अपने सैटलाइट नेविगेशन सिस्टम की जरूरत महसूस हुई। दो दशक बाद, अब इसरो क्वालकॉम और शाओमी से भारत में बिकने वाले स्मार्टफोन्स में NavIC इंटीग्रेट करने को लेकर बात कर रहा है।
 

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