शशि थरूर जिम्मेदारी निभाने को तैयार, कांग्रेस के सामने लोकसभा में नेता के चयन पर असमंजस
नई दिल्ली
लोकसभा चुनाव में मल्लिकाजुर्न खड़गे सहित कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं की हार के कारण उसके समक्ष सदन में नेता के चयन पर असमंजस हो गया है। कांग्रेस संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी तथा पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी इस बार भी सदन में होंगे लेकिन इनमें से कोई सदन के नेता का पद संभालेगा या नहीं यह अभी स्पष्ट नहीं है। पिछली बार भी दोनों सदन के सदस्य थे, लेकिन नेता पद खड़गे को सौंपा गया था।
इस बार अटकलें हैं कि शशि थरूर, अधीर रंजन चौधरी और मनीष तिवारी मे से किसी को भी नेता पद दिया जा सकता है। मनीष तिवारी पिछली बार सदन के सदस्य नहीं थे। चौधरी 1999 से लोकसभा के सदस्य हैं और इन नेताओं में वही सबसे ज्यादा अनुभवी हैं। पार्टी के वरिष्ठ खड़गे के अलावा, वीरप्पा मोइली, केएच मुनियप्पा तथा के वी थॉमस भी इस बार लोकसभा नहीं पहुंच पाए हैं।
नेता कांग्रेस बनने को तैयार: थरूर
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने कहा कि अगर पार्टी उन्हें लोकसभा में कांग्रेस पार्टी का नेता पद की पेशकश करती है तो वह इस दायित्व को निभाने के लिए तैयार हैं। तिरुवनंतपुरम से लगातार तीसरी बार सांसद चुने गए थरूर ने सोमवार को तिरंगा टीवी से कहा, "अगर पेशकश की गई, तो मैं कांग्रेस का लोकसभा नेता बनने के लिए तैयार हूं।"
उन्होंने स्वीकार किया कि कांग्रेस की मुख्य चुनावी थीम 'न्याय' को मतदाताओं के समक्ष ठीक से नहीं रखा गया और इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की 'नरम हिंदुत्व' की नीति की ओलाचना की। उन्होंने हालांकि जोर देकर कहा कि राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बने रहना चाहिए।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, "पार्टी उनकी सहायता के लिए क्षेत्रीय कार्यकारी अध्यक्षों की नियुक्ति पर विचार कर सकती है।" थरूर 2009 से तिरुवनंतपुरम संसदीय सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। 2014 में उन्होंने भाजपा के ओ.राजगोपाल के विरुद्ध मात्र 15,000 मतों के अंतर से जीत दर्ज की थी।