शराब की गाड़ी छोड़ने वाले दो दारोगा समेत तीन बर्खास्त: बिहार में शराबबंदी
पटना
शराब के मामले में मंगलवार को पटना रेंज आईजी संजय सिंह ने पटना और नालंदा के चार पुलिसकर्मियों को बर्खास्त कर दिया है। पटना के बेऊर थाने के तत्कालीन एएसआई श्रवण कुमार, दारोगा विशंभर प्रसाद और सुनील को पैसे लेकर शराब लदी गाड़ी छोड़ने का दोषी पाया गया। 2017 से ही इन तीनों पुलिसवालों पर विभागीय जांच चल रही थी।
दूसरी ओर नालंदा के चेरो ओपी में पदस्थापित ललन कुमार शर्मा को शराब पीकर हंगामा करने के मामले में एसपी ने बर्खास्त कर दिया था, जिसे आईजी ने हरी झंडी दे दी। रेंज आईजी ने बताया कि इस कार्रवाई को लेकर कागजी आदेश भी जारी कर दिये गए हैं। वहीं इस कार्रवाई से पुलिस महकमे में हड़कंप मचा रहा।
थाने लाकर छोड़ दी थी गाड़ी
28 जनवरी, 2017 की रात बेऊर थाने के पुलिसकर्मियों ने शराब लदी गाड़ी पकड़ी थी। गाड़ी पकड़कर थाने ले लाई गई। शराब माफियाओं ने शराब लदी गाड़ी को छोड़ने के एवज में पुलिसवालों को मोटी रकम देने को कहा। आरोप है कि रुपये के लालच में पुलिसकर्मियों ने गाड़ी को छोड़ दिया। कुछ दिनों बाद जब यह मामला सामने आया तो जांच की गयी।
जांच के दौरान सभी पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया था। कुछ पुलिसवालों को जेल भी भेजा गया था। बाद में दारोगा विशंभर प्रसाद को त्वरित सेल, जबकि एएसआई श्रवण कुमार और दारोगा सुनील को पुलिस लाइन भेज दिया गया था। इसके बाद वरीय अफसरों के निर्देश पर इन पुलिसवालों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जा रही थी।