व्यापमं महाघोटाले की जांच तेज, पेंडिंग शिकायतों में बयान दर्ज होने शुरू, जल्द होंगी FIR
भोपाल
सत्ता में आने से पहले कांग्रेस (Congress) ने व्यापमं घोटाले (Vyapam scam) की जांच का वादा किया था. अब जब कांग्रेस सत्ता में आ गई है, तो उसने अपने इस वादे को पूरा करना भी शुरू कर दिया है. व्यावसायिक परीक्षा मंडल यानि व्यापमं घोटाले की पुरानी शिकायतों की जांच के लिए स्पेशल टास्क फोर्स (STF) की तीन एसआईटी का गठन किया गया है. ये एसआईटी भोपाल, इंदौर और ग्वालियर के एसपी (SP) एसटीएफ के नेतृत्व में काम कर रही हैं. कुल पेंडिंग 197 शिकायतों की जांच की जा रही है. पेंडिंग शिकायतों की संख्या 197 से भी ज्यादा है, लेकिन मौजूदा दौर में एसटीएफ के अधिकारी चिन्हित 197 शिकायतों की जांच कर रहे हैं. इन्हीं शिकायतों में शामिल इंदौर के व्हीसल ब्लोअर आंनद राय के बयान दर्ज किए गए. भोपाल के जहांगीरबाद में स्थित एसटीएफ मुख्यालय में एसपी राजेश सिंह भदौरिया ने करीब पांच घंटे तक बयान दर्ज किए.
आनंद राय की पेंडिंग शिकायतों पर उनके बयान दर्ज किए गए हैं. इसके साथ ही अन्य कई शिकायतों की जांच की जा रही है. जिनमें अलग-अलग लोगों के बयान लिए जाना हैं. एसटीएफ ने शिकायतों की जांच के लिए व्यापमं, कॉलेजों के साथ दूसरी संस्थाओं से तमाम दस्तावेजों को मांगा है. अब जल्द ही इन शिकायतों में आरोपियों को चिन्हित कर एफआईआर की कार्रवाई की जाएगी. अभी एसटीएफ 197 चिन्हित शिकायतों की जांच कर रही है. दावा किया जा रहा है कि पेंडिंग शिकायतों की संख्या 1200 है. इसके अलावा नई शिकायतें भी आ रही हैं.
मध्यप्रदेश एसटीएफ के एडीजी अशोक अवस्थी ने कहा कि पेंडिंग शिकायतों की जांच के लिए इंदौर, भोपाल और ग्वालियर में एसआईटी का गठन किया गया है. तीनों जिलों के एसपी एसआईटी को लीड कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि शिकायतों से जुड़े लोगों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं. जांच में तथ्यों के आधार पर एफआईआर भी दर्ज की जाएगी और आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाने का काम भी किया जाएगा.