विष्णु पुराण सीरियल में भगवान सहस्त्रबाहु के मनगढंत चरित्र प्रसारण से बिफरा कलार समाज

महासमुंद
दूरदर्शन के डीडी भारती चैनल में प्रसारित हो रहे विष्णु पुराण के तथ्यों पर छत्तीसगढ़ कलार समाज ने आपत्ति की है। समाज की महासमुंद जिला इकाई ने केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री को संबोधित एक ज्ञापन महासमुंद कलेक्टर को सौंपा है। ज्ञापन में सीरियल के एपिसोड 49 से 62 के प्रसारण पर रोक लगाने की मांग की है। कहा है, कि धारावाहिक के निमार्ता/निर्देशक बीआर चोपड़ा ने विष्णु पुराण के उपरोक्त एपिसोड में भगवान सहस्त्रबाहु कीर्तवीर्य अर्जुन के जीवन चरित्र पर आधारहीन और भ्रामक जानकारी फैलाने का प्रयास किया है।

समाज के जिला संयोजक नीरज गजेंद्र और जिलाध्यक्ष ईश्वर सिन्हा ने बताया कि हिंदुओं के मार्गदर्शन के लिए मौजूद विष्णु पुराण के साथ वेद, पुराण, उपपुराण और माहिष्मति के वर्णित इतिहास में सहस्त्रबाहु कीर्तवीर्य अर्जुन को भगवान विष्णु के सुदर्शन चक्रावतार होने के साथ भगवान दत्तात्रेय का उपासक बताया गया है। उन्हें चक्रवर्ती सम्राट होने के साथ ही उदारमना राज राजेश्वर की उपाधि दी गई है।  समाज के युवामंच जिलाध्यक्ष भूखनलाल सिन्हा, महिला मंच की जिलाध्यक्ष दुलारी सिन्हा ने बताया कि कलार समाज के अराध्य देव भगवान सहस्त्रबाहु अर्जुन एक प्रजा पालक चक्रवर्ती सम्राट थे। हैह्यवंशी राजाओं के कार्यकाल पर किए गए शोध में सहस्त्रार्जुन के शौर्यगाथा का वर्णन है, बावजूद इसके मनगढ़ंत कहानी के बनाकर सीरियल का प्रसारण कलार समाज का अपमान है। मामले में सोमवार को समाज के जिलाध्यक्ष ईश्वर सिन्हा, युवा मंच के जिलाध्यक्ष भूखनलाल सिन्हा, राजनीतिक प्रकोष्ठ के जिला संयोजक योगेश्वर राजू सिन्हा, महिला मंच के जिलाध्यक्ष दुलारी सिन्हा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष कल्पना सिन्हा समेत खल्लारी परिक्षेत्र के अंकेक्षक मुकुंद सिन्हा, शिव सिन्हा आदि ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।

बता दें कि लॉकडाउन के दौर में दूरदर्शन के डीडी भारती चैनल में शाम 7 बजे बीआर चोपड़ा के निर्देशन में निर्मित सीरियल विष्णु पुराण का प्रसारण किया जा रहा है। साल 2000 में पहली बार प्रसारित किए गए इस धारावाहिक में है। वंशीय कलार समाज के अराध्य देव भगवान सहस्त्रबाहु कीर्तवीर्य अर्जुन के संबंध में दृश्य और संवाद फिल्माए गए हैं।

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