लोकसभा चुनाव के बाद विधानसभा में सीटिंग MLAs की टिकट काट सकती है बीजेपी

 रांची 
झारखंड में नवंबर-दिसंबर में विधानसभा चुनाव होना है। इसके लिए भाजपा जोर-शोर से तैयारी में जुट गई है। राष्ट्रीय नेतृत्व भी चुनावी मोड में काम कर रहा है। नेतृत्व ने प्रदेश के लिए चुनाव प्रभारी और सह-प्रभारी को भी तैनात कर दिया है। पार्टी इस बार 65 से अधिक सीट जीतने का लक्ष्य लेकर चल रही। 20 फीसदी सीटिंग विधायकों के टिकट काटे जाने की चर्चा, दूसरे दल से आए नेता भी माने जा रहे हैं टिकट के प्रबल दावेदार है।

पार्टी की ओर से एक-एक सीट की गहन समीक्षा की जा रही है। इन सब के बीच पार्टी में कम से कम 20 फीसदी सीटिंग विधायकों के टिकट काटे जाने की चर्चा है। इसे लेकर बीजेपी के सीटिंग विधायक बेचैन हैं। सीटिंग विधायकों के लिए टिकट पाना एक बड़ी चुनौती है। सभी अपनी-अपनी गोटी फिट करने में जुटे हुए हैं। लोकसभा चुनाव से पहले राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में चुनाव हुए थे। भाजपा को इन राज्यों में हार का मुंह देखना पड़ा था। हार की समीक्षा में पार्टी के सीटिंग विधायकों और मंत्रियों पर दांव खेलने को अहम माना गया था। भाजपा ने इससे सबक लिया है। 

 
लोकसभा चुनाव में राज्य के 12 सीटिंग सांसदों में से चार का टिकट काटा गया था। पार्टी का प्रदर्शन अच्छा रहा। लिहाजा पार्टी नेतृत्व विधानसभा चुनाव में भी बड़े बदलाव के मूड में है।

भाजपा के 43 सीटिंग विधायक: राज्य में 81 विधानसभा सीटें हैं। इनमें भाजपा के 43 सीटिंग विधायक हैं। उधर, पार्टी में दूसरे दल के विधायकों, नेताओं व कार्यकर्ताओं के शामिल होने का सिलसिला जारी है। यहां भाजपा के सीटिंग विधायकों के लिए दोहरी चुनौती है। एक तो अपने दल के ही दावेदार पहले से हैं, वहीं दूसरे दल से शामिल हुए नेताओं का दावा भी बन रहा है। कुछ सीटें ऐसी हैं, जहां आधा दर्जन से अधिक दावेदार हैं।

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