लोकसभा चुनाव के बाद गौशालाओं के लिए जमीनें होंगी चिन्हित
भोपाल
मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देश और शासन के आदेश के बाद भी जिला प्रशासन राजधानी में 20 से अधिक गौशालाओं के निर्माण के लिए जमीनों को चिन्हित करने का काम अब तक नहीं कर पाया है। लोकसभा चुनावों की घोषणा होने और जिला प्रशासन के अफसर चुनावी कार्यों में व्यस्त होने के कारण यह काम अब जून महीने के बाद ही पूरा हो पाएगा। जिले में सबसे ज्यादा गौशालाएं हुजूर, बैरसिया, गोविंदपुरा और टीटी नगर तहसील और नजूल क्षेत्रों में बनने की संभावनाएं हैं।
राजधानी की सभी तहसीलों और वृत्तों में मार्च के पहले सप्ताह में गौशालाओं के लिए जमीनें चिन्हित करने के लिए कलेक्टर सुदाम खाडे ने निर्देश जारी किए थे। कुछ तहसीलों में यह काम शुरू भी हो गया था, लेकिन आचारसंहिता लागू होने के कारण यह काम धीमा होता गया। फरवरी के अंतिम सप्ताह में हुई समीक्षा बैठक में एसडीएम और तहसीलदारों ने इस संबंध में जानकारी दी गई थी। गौशाला निर्माण के लिए सरकार से जिला प्रशासन को फंड मिलेगा।
वर्तमान में राजधानी में सड़कों पर घूम रहे मवेशियों को पकड़ने की कार्रवाई नगर निगम के कर्मचारियों द्वारा की जा रही है। इसके लिए शहर में अलग-अलग टीमें बनाई गई हैं, जो काम कर रही है। जिले में 26 गौशालाओं में पकड़े गए मवेशियों को रखा जा रहा है, लेकिन जगह की कमी के कारण दिक्कतें हो रही हैं। इन दिक्कतों को दूर करने के लिए फरवरी महीने में आयोजित जिला स्तरीय गौशाला परियोजना समन्वय समिति की बैठक में कलेक्टर सुदाम खाडे ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में 15 दिन के अंदर जमीनों को चिन्हित करें।